Delhi NCR

संजय स‍िंह के गंभीर आरोप- योगी राज में भाजपा नेता और अफसर म‍िलकर अयोध्‍या में कर रहे जमीन की जालसाजी

नई दिल्ली : रामजन्‍मभूम‍ि क्षेत्र में जमीन की खरीद-फरोख्‍त का मामला एक बार फ‍िर गर्मा उठा है। बुधवार को आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी राज्‍यसभा सांसद संजय स‍िंह ने प्रेेेेेेेेसवार्ता करके जन्‍मभूमि की पांच क‍िलोमीटर की परिधि में भाजपा नेताओं और अफसरों द्वारा जमीन की जालसाजी करके भ्रष्‍टाचार करने का मामला उठाया। इस मौके पर उन्‍होंने दो टूक कहा क‍ि प्रभु श्री राम की मंदिर के लिए लोगों ने अपना पेट काटकर चंदा दिया था, माताओं बहनों ने अपना गहने गिरवी रखी चंदा दिया था। उसमें भ्रष्टाचार और लूट हम कभी नहीं करने देंगे।

आप यूपी प्रभारी ने जमीन की खरीद-फरोख्‍त के मामले में लगाए गंभीर आरोप: संजय स‍िंह

संजय स‍िंंह ने कहा क‍ि रामजन्‍मभूम‍ि पर मंदिर न‍िर्माण की आड़ में क‍िस तरह से दो करोड़ की जमीन क‍िस तरह से पांच म‍िनट के अंदर साढ़े सोलह करोड़ खरीदी गई यह मैंने काफी पहले बताया था। भ्रष्‍टाचार में डूबे ट्रस्‍ट पदाधिकारियों सहित भाजपा नेताओं का राजफाश क‍िया तो मेरे ऊपर तमाम मुकदमे क‍िए गए थे। विश्व हिंदू परिषद भारतीय जनता पार्टी और ऐसे तमाम नेता, विधायक-मंत्री आद‍ि कह रहे थे कि मेरे ऊपर मानहान‍ि का मुकदमा करेंगे। आज तक उन्होंने मानहान‍ि का मुकदमा करने की हिम्मत इसलिए नहीं की, क्योंकि पूरी की पूरी भारतीय जनता पार्टी प्रभु श्री राम के मंदिर के नाम पर उस क्षेत्र में जमीन का घोटाला और भ्रष्टाचार करने में जुटी हुई है।

हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट की मॉनिटर्ड कमेटी की न‍िगरानी में कराई जाए जांच

संजय स‍िंंह ने ताजा खुलासा करते हुए कहा क‍ि राम जन्मभूमि क्षेत्र के पांच किलोमीटर के दायरे में किस तरह से तमाम अधिकारियों, भारतीय जनता पार्टी के विधायकों, उनके रिश्तेदारों और भाजपा के मेयर ने जमीनें खरीदी हैं उसका पूरा खाका मेरे पास है। उत्तर प्रदेश में नियम है की 3.5 बीघे से अधिक जिस दलित की जमीन होगी वही बेच सकता है, अन्यथा नहीं बेच सकता। इसमें पहले एक रोघई नाम के व्यक्ति को तैयार किया गया, क्योंकि दलित ही दलित की जमीन को खरीद सकता है, यह ट्रस्ट के लोग जानते थे। एक-दो बीघे की जमीन रखने वाले उस क्षेत्र के दलितों से रोघई ने 21 बीघा जमीन खरीदी। फ‍िर वह 21 बीघा जमीन महर्षि रामायण विद्यापीठ ट्रस्ट को दान कर देता है।

Related Articles

Back to top button