
Maharashtra : राज्य के डीप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में जालना में मराठा आरक्षण का समर्थन करने वाले प्रदर्शनकारियों के विरुद्ध दर्ज मामले को वापस लेने की मांग पर जरुरी कार्रवाई करने की बात कही है। फडणवीस ने कहा कि जालना में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ बहुत ही कम बल का प्रयोग किया था। उन्होंने बताया कि प्रदर्शन के दौरान 79 पुलिसकर्मी और 50 लोग घायल हुए थे।
देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा?
डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य सरकार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज की गई मामले की समीक्षा करने के बाद उचित कार्रवाई करेगी। सरकार ने कुछ पुलिस अधिकारियों को अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया था और बाद में उनका जिले के बाहर ट्रांसफर किया गया।
मनोज जरांगे के नेतृत्व में हुआ था आंदोलन
मनोज जरांगे अपने गृहनगर जालना जिले के अंतरवाली सारती गांव में अगस्त में अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे थे। एक सितंबर को प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों को जरांगे को अस्पताल ले जाने से रोक दिया। जिसके बाद यह आंदोलन हिंसक हो गया। पुलिस ने इस मौके पर 360 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
हिंसा में 79 पुलिसकर्मी घायल हुए थे
फडणवीस ने बताया कि इस हिंसा में 79 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। सनद रहे कि जरांगे ने राज्य सरकार को मराठा आरक्षण की मांग को पूरा करने के लिए 24 दिसंबर तक की समयसीमा तय की है।
पुलिस अधिकारियों को अनिवार्य छुट्टी पर भेजा
डिप्टी सीएम ने कहा कि राज्य सरकार प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज की गई मामले की समीक्षा करेगी और उसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। सरकार ने कुछ पुलिस अधिकारियों को अनिवार्य छुट्टी पर भेज दिया था और बाद में उनका जिले के बाहर ट्रांसफर किया गया।
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