
राजघाट पर विरोध प्रदर्शन के दौरान टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि हमारे सभी मंत्री, सांसद और जन प्रतिनिधि यहां राजघाट पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दोपहर 1:10 बजे हमने शांतिपूर्ण प्रदर्शन शुरू किया लेकिन कभी दिल्ली पुलिस, कभी सीआईएसएफ तो कभी सीआरपीएफ ने हमें प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी। हमने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया और एक भी राजनीतिक नारा नहीं लगाया। हमने केवल 100 दिनों के कार्य भत्ते की मांग वाले पोस्टर का इस्तेमाल किया।
अभिषेक बनर्जी ने दी बीजेपी को चुनौती
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि आज दिल्ली में गांधी जयंती पर हम बीजेपी से आग्रह करते हैं कि आने वाले दिनों में कड़ी लड़ाई के लिए तैयार रहें। मैदान आपका है, जज आपका है, लेकिन हम आपको चुनौती देते हैं। आने वाले दिनों में हमें पता चलेगा कि आपकी क्षमता क्या है और सामान्य जनता की क्षमता क्या है। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता गांधी जयंती के मौके पर दिल्ली के राजघाट पर इकट्ठा हुए हैं। यहां उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और पश्चिम बंगाल में मनरेगा और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के लिए धन की मांग की। टीएमसी ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने मनरेगा, आवास परियोजनाओं और अन्य केंद्रीय परियोजनाओं के लिए राज्य को धन का वितरण नहीं किया है।
विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी रविवार को दिल्ली पहुंचे। वहीं, सोमवार को टीएमसी समर्थकों को लेकर 49 बसें दिल्ली में दाखिल हुईं। नई दिल्ली रवाना होने से पहले यहां एनएससीबीआई हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए बनर्जी ने कहा कि जब तक बंगाल के लोगों को उनके अधिकार नहीं मिल जाते, तब तक अशांति जारी रहेगी। टीएमसी महासचिव ने कहा कि राज्य सरकार ने दिसंबर 2022 में लाभार्थियों की अनुमोदित सूची भेजी थी लेकिन केंद्र ने अभी तक भुगतान नहीं किया है। यदि किसी व्यक्ति पर 100 दिवसीय कार्य या आवास कार्यक्रम के तहत भ्रष्टाचार का आरोप है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन लाभार्थी का पैसा क्यों रोका गया?
टीएमसी ने इस विरोध कार्यक्रम को ‘अधिकार के लिए युद्ध’ नाम दिया है। जानकारी के मुताबिक करीब 2500 मजदूर बस से दिल्ली पहुंचे। राज्य सरकार के मंत्री और सदस्य भी मौजूद थे। टीएमसी की भी कल यानी 3 को धरना प्रदर्शन देने की योजना है। टीएमसी ने घोषणा की कि विरोध प्रदर्शन का पूरे बंगाल में सीधा प्रसारण किया जाएगा। टीएमसी ने दावा किया कि वह दिल्ली के रामलीला मैदान में एक विरोध कार्यक्रम आयोजित करना चाहती थी लेकिन उसे इजाजत नहीं दी गई।