दिल्ली में कर्मचारियों ने किया शक्ति प्रदर्शन, सियासी दलों को चेतावनी

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हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और पार्टी के अन्य नेता भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए और कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के राष्ट्रीय सचिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

विभिन्न राज्यों से आए हजारों सरकारी कर्मचारियों ने रामलीला मैदान में अपनी ताकत दिखाई और पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने की मांग की। ये कर्मचारी हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत अन्य राज्यों से आए हैं। केंद्र और राज्य दोनों के कर्मचारी भी मौजूद थे। कर्मचारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगले आम चुनाव में वे केवल उसी राजनीतिक दल को वोट देंगे जो उनकी मांगों का समर्थन करेगा।

इन लोगों ने किया समर्थन

इस विरोध प्रदर्शन में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत और अन्य दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया और कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया।

ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के राष्ट्रीय सचिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि कर्मचारी सेवानिवृत्ति के बाद अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं क्योंकि वे पुरानी पेंशन योजना से वंचित हो जाएंगे और नई पेंशन योजना में जाने के लिए मजबूर होंगे। उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले विजय कुमार ने नई पेंशन योजना का विरोध किया और कहा कि वह सेवानिवृत्ति के बाद अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

मेरठ से शंखनाद महारैली गेस्ट हाउस आए प्रदर्शनकारी विनय कुमार ने कहा कि हम ज्वाइंट फोरम फॉर रिस्टोरेशन ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम (जेएफआरओपीएस), नेशनल ज्वाइंट काउंसिल ऑफ एक्शन (एनजेसीए) और टीचर्स एंड एम्प्लाइज वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन के बैनर तले बहाली की मांग कर रहे हैं।