जांच एजेंसी की कार्रवाई पर भड़के AAP सांसद संजय सिंह, कहा – ‘ईडी का छापा मतलब राजनीति’

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प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार (7 जुलाई) को दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, उनकी पत्नी और कुछ अन्य की 52 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क करने की जानकारी दी। वहीं इसे लेकर आम आदमी पार्टी लगातार जांच एजेंसी और केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर है। आम आदमी पार्टी का कहना है कि जो संपत्ति ईडी ने जब्त की है वो साल 2018 से पहले की है, जिस वक्त दिल्ली में आबकारी नीति का दूर तक जिक्र नहीं था।

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी जांच एजेंसी की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। आप सांसद ने कहा है कि मनीष सिसोदिया ने 2020 के चुनावी हलफनामे में ही 5 लाख और 65 लाख के फ्लैट्स को घोषित किया है। तब शराब नीति नहीं आई थी।

संजय सिंह ने आज यानी शनिवार (8 जुलाई) को प्रेस वार्ता के दौरान कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवर्तन निदेशालय का देश के सामने मज़ाक बना दिया है। लोग मानते हैं कि अगर ईडी का छापा मतलब राजनीति हो रही है। सिंह ने कहा मोदी जी से कहना चाहते हैं कि भले ही आपने हज़ारों करोड़ का घोटाला करने वाले अजित पवार, छगन भुजबल और हसन मुशरिफ को सरकार में शामिल कर लिया लेकिन लाखों बच्चों का भविष्य संवारने वाले मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के खिलाफ झूठे मुक़दमे करने के बाद भी आप दिल्ली और पंजाब में सफ़ल नहीं होंगे।

आप सांसद ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा एक-एक भ्रष्टाचारी को बीजेपी में शामिल करवा रही है। लेकिन दिल्ली में ईमानदार सरकार होने की वजह से इनका ‘मोदी वाशिंग पाउडर’ असफल हो रहा है। इसलिए मोदी जी के कहने पर ईडी झूठे मुक़दमे बना रही है। इस बात को तथ्यों के साथ मैं रख चुका हूं कि जिनपर जांच चली वो मोदी वाशिंग पाउडर से धुलकर बीजेपी में गए।