
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। शराब नीति में घोटाले के आरोपो को बाद अब सिसोदिया पर सीबीआई ने जासूसी कांड के मामले में एफआईआर दर्ज की है। दिल्ली सरकार की ‘फीडबैक यूनिट’ में कथित अनियमितताओं को लेकर मनीष सिसोदिया और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
देश के लिए दुखद- केजरीवाल
‘फीडबैक यूनिट’ में कथित अनियमितताओं को लेकर दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष पर सीबीआई का शिकंजा कसने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि ‘पीएम की योजना मनीष के खिलाफ कई झूठे मामले लगाकर उन्हें लंबे समय तक हिरासत में रखने की है। देश के लिए दुखद!’
इसलिए बनाई गई थी ‘फीडबैक यूनिट’
‘फीडबैक यूनिट’ का गठन सितंबर 2015 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता वाली कैबिनेट में हुआ था। तर्क दिया गया था कि सरकारी योजनाओं की मानिटरिंग और भ्रष्टाचार फैलाने वाले अधिकारियों को पकड़ने के लिए यह यूनिट बनाई गई थी।
शराब घोटाल में पहले से जेल में हैं सिसोदिया
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पहले ही शराब घोटाले के मामले में ईडी की रिमांड पर हैं। सबसे पहले दिल्ली की शराब नीति घोटाले के मामले में 26 फरवरी को सीबीआई ने सिसोदिया को 9 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद सिसोदिया ने अदालत का दरवाजा खटखटाया लेकिन सिसोदिया को वहां राहत नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद सिसोदिया को तिहाड़ भेज दिया गया। सीबीआई की पूछताछ और गिरफ्तारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने भी मनीष सिसोदिया से दिल्ली के तिहाड़ जेल में लंबी पूछताछ के बाद 9 मार्च को गिरफ्तारी की थी।
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