रणदीप हुड्डा की ये फिल्म बढ़ाएगी 2024 की सियासी सरगर्मी।

स्वतंत्र वीर सावरकर
स्वतंत्र वीर सावरकर : गोदरा,आर्टिकल 370 और बस्तर: द नक्सल स्टोरी के बाद अब रणदीप हुड्डा की ये फिल्म बढ़ाएगी 2024 की सियासी सरगर्मी। फिल्म का नाम है स्वतंत्र वीर सावरकर । ट्रेलर में दिखा हिन्दुत्व से लेकर राष्ट्रवाद तक का नजारा। बी आर अंबेडकर,सुभास चंद्र बोस और भगत सिंह पर भी हुई टिप्पणी। कटघरे में नजर आए गांधी-नेहरू समेत तब के तमाम बड़े काँग्रेस नेता। वहीं ! लास्ट में ट्रेलर ने पूछा एक बड़ा हीं अहम सवाल । आखिर काँग्रेस के किसी नेता को आज तक काला पानी की सजा क्यों नहीं हुई?
Swatantra Veer Savarkar : ट्रेलर में लगे काँग्रेस पर आरोप ।
22 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली एक्टर रणदीप हुड्डा की ये फिल्म,काँग्रेस पर ऐसे अनेकों प्रश्न खड़े करती है। जिसका जवाब शायद काँग्रेस के पास भी ना हो या जिसके जवाब से शायद काँग्रेस कन्नी काटती हुई नजर आए। लेकिन ये तो अभी सिर्फ फिल्म का एक ट्रेलर है। जिसमें वीर सावरकर काँग्रेस पर अंग्रेजों के बाद अपना साम्राज्य स्थापित करने का आरोप लगा रहे हैं । वहीं ! गांधी-नेहरू जैसे तमाम बड़े काँग्रेस नेताओं के साथ,वैचारिक रूप से दो-दो हाथ करते हुए नजर आ रहे हैं। लेकिन ये तो बस ट्रेलर भर है । तब क्या होगा जब पूरी फिल्म रिलीज होगी? और इसका कितना असर 2024 के चुनावों पर पड़ेगा?
Swatantra Veer Savarkar : काँग्रेस और बीजेपी के लिए अलग हैं सावरकर के मायने ।
ये बात तो जग जाहीर है कि,काँग्रेस का सावरकर से छत्तीस का आंकड़ा है।खुद राहुल गांधी भी अपने भाषणों में सावरकर को कोसते हुए नजर आ चुके हैं। वहीं ! भाजपा के लिए सावरकर के अलग मायने हैं। भारतीय जनता पार्टी और उनके समर्थक सावरकर को एक अलग दृष्टि से देखते हैं। इस बात का एक अच्छा खासा उदाहरण,अटल बिहारी बाजपेयी की वो कविता है…जिसमें उन्होंने सावरकर के बलिदानों का जिक्र किया था।
Swatantra Veer Savarkar : कौन थे सावरकर ?
आपको बता दें ! विनायक दामोदर सावरकर भारत के वो क्रांतिकारी थे,जिन पर अंग्रेजों ने काला पानी समेत ना जाने कितने जुल्म ढाए। लेकिन उनके द्वारा लिखे एक माफीनामे के कारण,काँग्रेस को उनको हेट करने की वजह मिलों गई । लेकिन अंग्रेजों के लिए माफीनामा तो भागत सिंह और नेहरू भी लिख चुके हैं। यही नहीं ! नेहरू तो जेल के समय भी अंग्रेजों द्वारा दी गई सुविधाओं में रहते थे । जिसका जिक्र वे खुद अपनी एक किताब में कर चुके हैं।
क्यों रहे सालों तक गुमनाम ?
लेकिन वो कहते हैं ना ? जो जीतता है वही इतिहास लिखता है। तो काँग्रेस ने भी कुछ ऐसा हीं किया और अपनी किताब से हर उस क्रांतिकारी का नाम हटा दिया,जो उनके मकसद को उजागर कर रहा था। आज वीर सावरकर के बारे में हमें ज्यादा ना पता होना,काँग्रेस के उसी मकसद का उदाहरण है।
वीर सावरकर के रूप में रणदीप हुड्डा आएंगे नजर।
लेकिन जिस प्रकार सच को ज्यादा समय तक दबाया नहीं जा सकता। उसी प्रकार अब स्वतंत्र वीर सावरकर की कहानी भी,एक फिल्म के रूप में हम सब के सामने तैयार है। जहां फिल्म में वीर सावरकर के रूप में रणदीप हुड्डा नजर आएंगे। जो इस प्रकार के चैलिंजिंग रोल्स के लिए जाने जाते हैं। अब देखना ये है कि,आखिर उनकी ये फिल्म कितना कमाल कर पाती है ?
ये भी पढ़ें- Punjab Budget 2024-25: विधानसभा में 2.04 लाख करोड़ का बजट पेश, यहां देखें हर अपडेट
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरो को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप