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बरिंदर कुमार गोयल का विपक्ष पर ताबड़तोड़ हमला, बाढ़ पर झूठ बोलने का खुलासा, किसानों को मिली राहत

Punjab Flood Rehabilitation : पंजाब के जल स्रोत मंत्री बरिंदर कुमार गोयल ने विधानसभा के विशेष सत्र में “पंजाब का पुनर्वास” प्रस्ताव पर बोलते हुए विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि लंबे समय सत्ता का सुख भोगने वाली विपक्षी पार्टी के नेता सिर्फ राजनीति करने के लिए हमारी सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं.


डैम से पानी छोड़ने के आंकड़े पर विवाद

बरिंदर कुमार गोयल ने बताया कि विपक्षी नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सदन में दावा किया कि रणजीत सागर डैम से 7 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि वास्तविकता में लगभग 2.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. उन्होंने कहा कि यह सदन को गुमराह करने के बराबर है और इसके लिए माफी मांगनी चाहिए.


माधोपुर हेडवर्क्स और फंसे कर्मचारियों का जिक्र

गोयल ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि माधोपुर हेडवर्क्स के टूटने के एक महीने बाद दौरा करने के बावजूद उन्होंने फंसे हुए 26 कर्मचारियों के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली सरकार ने ड्रेनेज की सफाई और नहरी पानी की पहुंच के लिए अभूतपूर्व कार्य किए हैं.


नहरी पानी की उपलब्धता और किसानों को राहत

बरिंदर कुमार गोयल ने बताया कि 2022 से पहले पंजाब में केवल 21 प्रतिशत कृषि योग्य क्षेत्र में नहरी पानी उपलब्ध था, जिसे सरकार ने बढ़ाकर 64 प्रतिशत कर दिया है. सरकार का लक्ष्य 31 मार्च, 2026 तक इसे 76 प्रतिशत करना है. उन्होंने कहा कि किसानों को 38-40 साल बाद नहरी पानी मिलना शुरू हुआ, जिससे उन्हें बड़ी राहत मिली.


डैम और पानी की बचत

मंत्री ने कहा कि सरकार की पहल से जमीन के नीचे पानी की बचत हुई और डैम से पानी का सही उपयोग संभव हुआ. उन्होंने पिछली सरकारों की नालायकी का हवाला देते हुए कहा कि हरियाणा हर साल अतिरिक्त पानी मांगता था. गोयल ने भारतीय जनता पार्टी पर भी कटाक्ष किया और कहा कि भाजपा द्वारा पंजाब विधानसभा के बराबर अपना मौक सत्र चलाना इस महान सदन की तौहीन है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.


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