
Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा- आध्यात्मिक पर्यटन उद्योग क्षेत्र बागवानी और लिपि संरक्षण में परस्पर सहयोग बढ़ाएंगे मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र।
जबलपुर से नागपुर के मध्य एक डेडिकेटेड फ्रंट कॉरिडोर बन जाने से मध्य भारत क्षेत्र में माल परिवहन में भाड़ा, समय और लागत की अत्यधिक बचत संभव होगी।
हमारे अनेक तीर्थ दोनों राज्यों और देश के नागरिकों के आस्था केंद्र हैं। मध्य प्रदेश के दोनों ज्योतिर्लिंगों को महाराष्ट्र के तीनों ज्योतिर्लिंग से जोड़कर एक धार्मिक पर्यटन सर्किट विकसित किया जा सकता है।
दोनों राज्यों के युवाओं को अवगत कराया जाएगा
देवी अहिल्या के योगदान से दोनों राज्यों के युवाओं को अवगत कराया जाएगा। दोनों राज्यों को अपने साहसी योद्धाओं के स्वर्णिम इतिहास पर गर्व है। इतिहास से जुड़े गौरवशाली दस्तावेजों का संकलन और उनका डिजिटलीकरण भी किया जाएगा।
लगभग 21 लाख दस्तावेज संरक्षित किए जा चुके हैं
प्रदेश में मोड़ी लिपि के लगभग 21 लाख दस्तावेज संरक्षित किए जा चुके हैं। जहां बुरहानपुर में केला महोत्सव आयोजित किया जाता है, वहीं महाराष्ट्र के रत्नागिरी में आम महोत्सव का प्रचलन है। इन दोनों महोत्सवों को जोड़कर पर्यटन और उद्यानिकी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सकता है।
यह भी पढ़ें : भारत सरकार ने मीडिया को जारी की एडवाइजरी, कहा- एयर रेड सायरन का उपयोग बंद करें
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप