
Joshimath Sinking News: जोशीमठ भू-धंसाव के चलते घर खाली कर रहे स्थानीय लोग भावुक हुए. जोशीमठ भू-धंसाव मामले पर पीड़ित महिला बिंदू ने कहा कि हमारा 60 साल का आशियाना एक पल में खत्म हो गया. हमें नहीं पता कि हम कहां जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमें सरकार से कुछ भी मदद नहीं मिली. वह (सरकारी अधिकारी) आए और लाल निशान लगाया और घर खाली करने के लिए कह दिया. जोशीमठ में प्रभावित लोगों ने अधिकारियों के सामने हंगामा किया और आत्मदाह करने की धमकी दी.
अधिकारी अपील कर रहे हैं कि ये जगह धंसी हुई है, इसलिए जगह को खाली किया जाए. जोशीमठ भू-धंसाव मामले पर पीड़ित व्यक्ति मनीष ने कहा कि हमारा बचपन यहीं बीता है. हमको अचानक घर खाली करने के लिए बोल रहे हैं. शासन-प्रशासन को परवाह नहीं है, अधिकारी हमारे पास आए और घर खाली करने के लिए बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारे परिवार में 7-8 लोग हैं. हमने पहले भी कई बार इसके बारे में सरकार को बताया था. चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने कहा कि हमने असुरक्षित जोन घोषित किए हैं और वहां से लोगों को निकालने का सिलसिला जारी है.
उन्होंने कहा कि सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट रुड़की की टीम यहां आ रही है. उनके दिशानिर्देश पर असुरक्षित घरों को ध्वस्त किया जाएगा. उत्तराखंड में जोशीमठ के घरों में दरार पड़ने को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने तत्काल सुनवाई से इनकार करते हुए कहा कि मामले में सुनवाई 16 जनवरी को होगी. कोर्ट का कहना है कि जो कुछ भी महत्वपूर्ण है उसे कोर्ट में आने की जरूरत नहीं है.