Gwalior News: हजार बिस्तर अस्पताल में वर्टिगो लैब का शुभारंभ

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हजार बिस्तर अस्पताल में शनिवार को वर्टिगो लैब का शुभारंभ गजराराजा मेडिकल कालेज के डीन डा. अक्षय निगम ने किया। इस मौके पर जेएएच अधीक्षक डा. आरकेएस धाकड़, ईएनटी विभागाध्यक्ष डा. वीपी नार्वे, डा. अमित जैन और सहप्रबंधक डा. बालेन शर्मा के अलावा अन्य कर्मचारी और अ​धिकारी मौजूद थे। इस सुविधा से उन मरीजों को फायदा मिलेगा, जिन्हें चक्कर आने की परेशानी लंबे समय से है। वर्टिंगो लैब की मदद से चक्कर आने की वजह सामने आ सकेगी।

प्रदेश की पहली वर्टिंगो लैब है

मेडिकल कालेज के डीन डा. अक्षय निगम ने कहा कि प्रदेश की पहली वर्टिगो लैब हजार बिस्तर में तैयार हुई है। यहां ग्वालियर-चंबल अंचल सहित दीगर जिलों के मरीज आकर उपचार करा सकेंगे। ऐसे मरीजों को वर्टिगो लैब का लाभ मिलेगा, जो चक्कर आने की परेशानी से पीड़ित थे। इन सभी मरीजों को एक छत के नीचे उपचार मिल सकेगा। वर्टिगो लैब की जांच का शुल्क क्या होगा, यह कालेज कमेटी की बैठक में जल्द ही तय किया जाएगा। लैब को तैयार करने में तकरीबन 50 लाख रुपये का खर्च आया है। लैब हजार बिस्तर के बी-ब्लाक में स्थित नाक, कान, गला विभाग में तैयार की गई है।

डेढ़ घंटे में होगी जांच

वर्टिगो लैब में चक्कर आने के कारणों का पता लगाने के लिए मरीज की 10 तरह की जांच की जाएंगी। इन जांच से यह पता चलेगा कि दिमाग की नस दबने से चक्कर आ रहे हैं या फिर कान की नस दबने से अथवा गर्दन, नाक, कान, आंख से संबं​धित कोई परेशानी है। इन सभी का परीक्षण करने में तकरीबन एक से डेढ़ घंटे का समय लगेगा। डाक्टर मरीज का थैरपी और दवा की मदद से उपचार करेंगे।