आज से लखनऊ में शुरू होगा ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण, सीएम योगी और राजनाथ सिंह करेंगे उद्घाटन

आज से लखनऊ में शुरू होगा ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण, सीएम योगी और राजनाथ सिंह करेंगे उद्घाटन
BrahMos In Lucknow : लखनऊ रविवार को रक्षा क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पल का गवाह बनेगा। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लखनऊ नोड पर दुनिया की सबसे शक्तिशाली और विध्वंसक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ की उत्पादन इकाई का उद्घाटन होने जा रहा है।
उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लखनऊ नोड पर दुनिया की सबसे विध्वंसक सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ की उत्पादन इकाई का उद्घाटन आज होने जा रहा है। यह मिसाइल फैक्ट्री पूरी तरह से तैयार है और इस एतिहासिक अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह डिजिटल माध्यम से समारोह में शामिल होंगे। वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मिलकर इस महत्वपूर्ण परियोजना का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर टाइटेनियम एंड सुपर एलायस मैटेरियल्स प्लांट (स्ट्रैटेजिक मैटेरियल्स टेक्नोलाजी कांप्लेक्स) का भी उद्घाटन होगा।
दुनिया के सबसे घातक मिसाइल में शुमार होगी
लखनऊ में आज ब्रह्मोस मिसाइल यूनिट और टेस्टिंग फैसिलिटी का उद्घाटन होने जा रहा है। 300 करोड़ की लागत से बनी यह यूनिट भारत की रक्षा ताकत को और मजबूती देगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह उद्घाटन करेंगे। यह कदम उत्तर प्रदेश और भारत की डिफेंस आत्मनिर्भरता को मजबूत करने और भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनावपूर्ण हालात में सामरिक शक्ति को नई धार देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। लखनऊ में निर्मित की ब्रह्मोस मिसाइल दुनिया के सबसे घातक मिसाइल में शुमार होगी।
फायर एंड फॉरगेट तकनीक पर आधारित
लखनऊ में रविवार यानी आज से सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ का उत्पादन शुरू हो जाएगा। लखनऊ की इस यूनिट में दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक मिसाइलों में शुमार ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण होगा। ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता 290 से 400 किलोमीटर तक है और इसकी गति Mach 2.8 है, जो ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना तेज है। यह मिसाइल थल जल और वायु तीनों माध्यमों से दागी जा सकती है और फायर एंड फॉरगेट तकनीक पर आधारित है।
इसका शिलान्यास 26 दिसंबर 2021 को किया गया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर के लखनऊ नोड में सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस की उत्पादन यूनिट साढ़े तीन साल में तैयार हुई है। इसका शिलान्यास 26 दिसंबर 2021 को किया गया था। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर की घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2018 में की थी।
व्यापक स्तर पर निवेश किया जा रहा
इस कारिडोर के छह नोड लखनऊ, कानपुर, अलीगढ़, आगरा, झांसी और चित्रकूट में रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए व्यापक स्तर पर निवेश किया जा रहा है। आज लखनऊ नोड पर ब्रह्मोस मिसाइल उत्पादन इकाई के उद्घाटन के साथ-साथ डिफेंस टेस्टिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर सिस्टम (डीटी आइएस) का भी शिलान्यास है, जो रक्षा उत्पादों के परीक्षण और सर्टिफिकेशन में सहायता करेगा। इस समारोह में ब्रह्मोस एयरोस्पेस और एयरो एलाय टेक्नोलाजी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कारिडोर पर आधारित लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा।
ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस के संयुक्त उद्यम का परिणाम
ब्रह्मोस मिसाइल उत्पादन यूनिट को लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। इस परियोजना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेष पहल करते हुए लखनऊ में 80 हेक्टेयर जमीन निश्शुल्क उपलब्ध कराई थी, जिसका निर्माण मात्र साढ़े तीन सालों में पूरा हुआ। ब्रह्मोस मिसाइल भारत और रूस के संयुक्त उद्यम का परिणाम है।
ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता
ब्रह्मोस मिसाइल की मारक क्षमता 290-400 किलोमीटर तक है और इसकी गति मैक 2.8 है, जो ध्वनि की गति से लगभग तीन गुना तेज है। यह मिसाइल जमीन, हवा, और समुद्र से लांच की जा सकती है और ‘फायर एंड फारगेट’ सिद्धांत पर काम करती है, जिससे यह दुश्मन के राडार से बचकर सटीक निशाना लगा सकती है।
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