हिमाचल की राजनीति का महान सूर्य अस्त, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का निधन

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शिमला: आज तड़के हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे वीरभद्र सिंह का निधन हो गया है। आज यानि गुरुवार को वीरभद्र का निधन सुबह 3.40 बजे हुआ। दोबारा कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से वह शिमला के आईजीएमसी में उपचाराधीन थे। वरिष्ठ कांग्रेस नेता के निधन से प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई है।  जैसे ही वीरभद्र के निधन की ख़बर पता चली तो राजनीति में मातम छा गया।

हिमाचल की राजनीति का महान सूर्य अस्त

जानकारी के लिए बता दें कि वह करीब ढाई महीने से आईजीएमसी में दाखिल थे। सोमवार को अचानक तबीयत खराब होने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर दाखिल कर दिया था। इसके बाद से वह बेहोशी की हालत में यहां पर उपचाराधीन थे, लेकिन गुरुवार सुबह उनकी मौत हो गई। वहीं वह 87 साल के थे। आईजीएमसी के एमएस डॉ. जनक राज ने  उनकी मौत की पुष्टि की है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का निधन 

वीरभद्र सिंह के निधन होने के कारण तीन दिनों के दौरान प्रदेश में कोई भी बड़े आयोजन  नहीं होंगे। वीरभद्र सिंह यूपीए सरकार में भी केंद्रीय कैबिनेट मंत्री रह चुके थे। उनके पास केंद्रीय इस्पात मंत्रालय रहा। इसके अलावा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय भी रह चुका है। वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून, 1934 को बुशहर रियासत के राजा पदम सिंह के घर में हुआ। इसके अलावा वीरभद्र सिंह वर्ष 1983 से 1990, 1993 से 1998, 1998, फिर 2003 से 2007 और 2012 से 2017 में हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे।