
बांदा: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद (Atique Ahmed) और उसके भाई अशरफ अहमद (Ashraf Ahmed) की हत्या के बाद अब फोकस बाहुबली मुख्तार अंसारी (Bahubali Mukhtar Ansari) के मामलों पर चला गया है।
अंसारी के खिलाफ 15 साल पुराने एक मामले में 29 अप्रैल को फैसला आएगा। लेकिन उससे पहले बांदा जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अंसारी इसी जेल में ही बंद है और कहा जा रहा है कि अतीक की हत्या के बाद से वो बैचेन है। बांदा जेल के बाहर PAC का पहरा बढ़ गया है। बांदा जेल प्रशासन ने मुख्तार अंसारी की सुरक्षा के मद्देनजर CCTV से निगरानी बढ़ा दी है।
सुरक्षाकर्मियों की छुट्टियां रद्द
बांदा जेल (Banda Jail) के अंदर बनी पुलिस चौकी को अलर्ट किया गया है। साथ ही, जेल में तैनात प्रत्येक पुलिस जवान सहित अन्य सुरक्षाकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस दिन माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या हुई थी, उस दिन मुख्तार अंसारी जेल में को काफी बेचैन नजर आया था। शायद उसे किसी अनहोनी का डर था।
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