
मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में अब केवल 2-3 महीने ही बचे है। ऐसे में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कमर कस ली है। मंगलवार 5 सितंबर को उन्होंने मैहर को नया जिला बनाने की घोषणा की। बीते कुछ महीनों में यह पांचवां जिला है, जिसकी घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज ने की है। इससे पहले पांढुर्णा, नागदा, पिछोर और मऊगंज को जिला बनाने की घोषणा की जा चुकी है। इसके बाद भी चुनावी दौर में जिले बनाने के मामले में शिवराज सिंह चौहान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से पीछे नजर आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार 5 सितंबर को सतना के मैहर में जन आशीर्वाद यात्रा दौरान के कहा कि हम मां शारदा की नगरी मैहर को जिला बनाने की प्रक्रिया आज से ही शुरू कर रहे हैं। यदि मुख्यमंत्री शिवराज की घोषणा पूरी होती है तो मैहर मध्य प्रदेश का 57वां जिला बनेगा। 15 अगस्त 2023 को रीवा से अलग होकर मऊगंज प्रदेश का 53वां जिला बना था। इसके बाद 26 अगस्त को छिंदवाड़ा से अलग कर पांढुर्णा को प्रदेश का 54वां जिला बनाने का नोटिफिकेशन जारी किया गया। इसके अलावा शिवपुरी से अलग कर पिछोर, उज्जैन से अलग कर नागदा और अब सतना से अलग कर मैहर को जिला बनाने की घोषणा की गई है। जिसका भीनोटिफिकेशन पहले जारी होगा, वह प्रदेश का 55वां जिला बनेगा।
जिला निर्माण में दिग्विजय से पीछे दिखे शिवराज
मध्य प्रदेश में चुनावी दौर में जिला बनाने की घोषणा करने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अकेले नहीं हैं। उनसे पहले दिग्विजय सिंह इस प्रकार की घोषणा कर चुकें हैं। 1998 में दिग्विजय सिंह ने 7 और 2003 में 3 जिले बनाए थे। दरअसल चुनावी साल में जिला बनाने का फॉर्मूला दिग्विजय सिंह का था, जिसे शिवराज ने अपनाया है। 2008 में मुख्यमंत्री शिवराज ने 2, 2013 में 1 और 2018 में भी 1 जिले का निर्माण किया।
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