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सरपंच हत्या मामले को लेकर विवादों में घिरे धनंजय मुंडे ने कहा क्या इस्तीफा- पीड़ित को न्याय दिलाने से ज्यादा…

Maharashtra : अंजलि दमानिया ने कहा कि वह नामदेव शास्त्री को धनंजय मुंडे के खिलाफ सबूत भेजेगी। अंजलि ने कहा कि ये लड़ाई मुंडे के खिलाफ नहीं बल्कि उनकी आतंक मानसिकता के खिलाफ है।

महाराष्ट्र के बीड में सरपंच हत्या मामले को लेकर विवादों में घिरे राज्य मंत्री धनंजय मुंडे ने प्रतिक्रिया दी। धनंजय मुंडे ने शुक्रवार को दावा किया कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने सवाल किया कि क्या पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने से अधिक जरूरी उनका इस्तीफा देना है। उनका ये बयान वंजारी समुदाय के आध्यात्मिक नेता नामदेव शास्त्री द्वारा राकांपा नेता के समर्थन में आवाज उठाने के बाद आया। नामदेव शास्त्री ने कहा कि मुंडे कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो जबरन वसूली के पैसों से जीवन जीता हो।

इस्तीफे देने की मांग कर रहे हैं

धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिक कराड की गिरफ्तारी के बाद से विपक्षी दलों के नेता लगातार मंत्री धनंजय मुंडे से इस्तीफे देने की मांग कर रहे हैं। महाराष्ट्र में बीड के मासाजोग के सरपंच संतोष देशमुख को 9 दिसंबर को अपहरण कर प्रताड़ित किया गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई क्योंकि वे बीड जिले में एक पवनचक्की परियोजना का संचालन करने वाली एक ऊर्जा कंपनी पर जबरन वसूली की कोशिश को रोकने का प्रयास कर रहे थे।

मीडिया ट्रायल चल रहा है

राज्य मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिक कराड को जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के मंत्रिमंडल में धनंजय मुंडे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय संभाल रहे हैं। बीड में सरपंच की हत्या मामले में आध्यात्मिक नेता नामदेव शास्त्री ने कहा था हत्या गांव का मुद्दा है लेकिन इसने सामाजिक माहौल को बिगाड़ दिया है। धनंजय मुंडे कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो जबरन वसूली के पैसों से जीवन जीता हो। बीते 53 दिनों से धनंजय मुंडे खिलाफ मीडिया ट्रायल चल रहा है।

एक शब्द भी नहीं कहा

मीडिया से बात करते हुए धनंजय मुंडे ने कहा हत्या के बाद से ही मीडिया मुझे निशाना बना रही है लेकिन मैंने इसे लेकर एक शब्द भी नहीं कहा। मैंने नामदेव शासंत्री से राजनीति को लेकर कोई बात नहीं की लेकिन धार्मिक मुद्दों को लेकर मैंने उनसे बात की। बाद में मंत्री धनंजय मुंडे ने सवाल किया कि क्या उनका इस्तीफा और राजनीतिक लाभ के लिए एक विशिष्ट समुदाय को निशाना बनाना पीड़ित के परिवार को न्याय दिलाने से अधिक जरूरी है? उन्होंने आगे कहा हत्या 53 दिन पहले हुई और हत्या के पहले दिन से ही मैं यह कह रहा हूं कि इसमें शामिल लोगों को मौत की सजा मिले। मेरे इस रुख के बाद भी इस मुद्दे का राजनीतिकरण किया गया।

वे बहुत गंभीर हो गए थे

बता दे कि अंजलि दमानिया ने कहा हमारे पास सबूत है। जब मैं इन सबूतों के साथ उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पास गई तब वे बहुत गंभीर हो गए थे। सीएम देवेंद्र फडणवीस के सामने सबूत पेश करने के बाद अब वे धनंजय मुंडे के इस्तीफे का फैसला एक दूसरे पर थोप रहे हैं।

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