
Kolkata : पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता में सभी धर्मों के नेताओं के साथ मिलकर सद्भावना रैली की। ममता बनर्जी ने रैली के बाद कहा कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन किसकी पूजा करता है? उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी सबसे बड़ी परेशानी है। बनर्जी ने प्रश्न किया कि देश की पूंजी और संपत्ति कहां जा रही है? इस सवाल का जवाब मिलना चाहिए। ममता के अलावा उनके भतीजे ने भी धर्म और सद्भावना पर टिप्पणी की। उन्होंने सोमवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे रैली की अगुवाई की।
बंगाल के लिए गौरव का दिन
टीएमसी की चीफ और प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पर टिप्पणी की। ममता के भतीजे और टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि आज का दिन बंगाल के लिए गौरव का दिन है, एक तरफ पूरा देश धार्मिक कार्यक्रम में लगा हुआ है, तो दूसरी तरफ बंगाल के लोग एकजुटता दिखाने सामने आए। अलग-अलग धर्म और संप्रदाय के लोगों ने कोलकाता (Kolkata) की संहति रैली में शिरकत की।
बंगाल में धर्म की राजनीति नहीं होती
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में धार्मिक सद्भाव के पक्ष में खड़ी जनता सड़क पर एकजुट होकर उतरी। उन्होंने कहा कि लोग एक साथ खड़े होकर शांति की प्रार्थना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में धर्म की राजनीति नहीं होती।
एकता सभी धर्मों के केंद्र में है
हमारा एक ही धर्म है – समान रूप से सबकी सेवा करना। इससे पहले टीएमसी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि एकता सभी धर्मों के केंद्र में है। आज संहति रैली में ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी के साथ अलग-अलग धर्मों और मान्यताओं ने एकजुटता दिखाई।
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