Imran Khan के खिलाफ हत्या और आतंकवाद का केस दर्ज, जानिए पूरा मामला

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। लाहौर पुलिस ने गुरुवार को इमरान खान के खिलाफ हत्या और आतंकवाद का मामला दर्ज किया है। लाहौर पुलिस ने इमरान खान समेत 400 अन्य लोगों के खिलाफ पार्टी की रैली के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ झड़प के दौरान हत्या और आतंकवाद के आरोप में केस दर्ज किया है।
पीटीआई के वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी ने गुरुवार को कहा कि पीटीआई कार्यकर्ता की हत्या के लिए पुलिसकर्मियों और उनके आकाओं के खिलाफ शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज करने के बजाय पुलिस ने 70 वर्षीय इमरान खान और 400 अन्य पर वर्कर की हत्या का केस दर्ज किया है।
प्राथमिकी में फवाद चौधरी, फारुख हबीब, हम्माद अजहर, मेहमूदुर राशिद और अन्य पीटीआई नेताओ के नाम शामिल हैं। इमरान खान पर उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प हो गई थी। इस मामले में आतंकवाद का केस दर्ज किया गया है।
इमरान को गिरफ्तार करने पहुंची थी पुलिस
रविवार को पुलिस पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के घर नॉन बेलेबल वारंट लेकर पहुंची थी और खाली हाथ लौटकर आई है। पुलिस अधीक्षक जब इमरान के घर पहुंचे तो वहां पूर्व प्रधानमंत्री नहीं मिले।
इमरान खान पर गिरफ्तारी की यह तलवार तोशखाना मामले में लटक रही है। दरअसल तोशखाना कैबिनेट का एक विभाग है, जहां अन्य देशों की सरकारों, राष्ट्रप्रमुखों और विदेशी मेहमानों द्वारा दिए गए बेशकीमती उपहारों को रखा जाता है। नियमों के तहत किसी दूसरे देशों के प्रमुखों या गणमान्य लोगों से मिले उपहारों को तोशखाना में रखा जाना जरूरी है। इमरान खान साल 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे। उन्हें अरब देशों की यात्राओं के दौरान वहां के शासकों से महंगे गिफ्ट मिले थे। उन्हें कई यूरोपीय देशों के राष्ट्रप्रमुखों से भी बेशकीमती गिफ्ट मिले थे, जिन्हें इमरान ने तोशखाना में जमा करा दिया था, लेकिन इमरान खान ने बाद में तोशखाना से इन्हें सस्ते दामों पर खरीदा और बड़े मुनाफे में बेच दिया।
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