
Indian Tribes : अपनी सांस्कृतिक और सामाजिक विशेषताओं के लिए जानी जाने वाली बेड़िया जनजाति भारत की एक प्रमुख आदिवासी जाति है। यह जनजाति मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में निवास करती है।
भारतीय आदिवासी समाज में बेड़िया जनजाति की सांस्कृतिक धरोहर, रीति-रिवाज और जीवनशैली एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये लोग मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के बस्ती, संतकबीर नगर, और देवरिया जिलों में, मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और खरगोन जिलों में, और महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों में निवास करते हैं।
बेड़िया समुदाय की जीविका
बेड़िया समुदाय के निवास की व्यवस्था सामान्यतः जंगलों और ग्रामीण क्षेत्रों में होती है। जहां वे पारंपरिक कृषि और वन्य संसाधनों पर निर्भर रहते हैं। वे धान, गेहूँ, मक्का, और अन्य फसलों की खेती करते हैं। उसके अतिरिक्त जंगल से लकड़ी, फल, और औषधियाँ इकट्ठा करते हैं। यह उनकी रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने में काम आती हैं। इस समुदाय में परिवार और गांव की पंचायतें प्रमुख भूमिका निभाती हैं। ये पंचायतें सामाजिक मुद्दों, विवादों और अन्य सामुदायिक मामलों में निर्णय लेने का काम करती हैं।
बेड़िया समुदाय के त्योहार
बेड़िया जनजाति की सांस्कृतिक पहचान उनके रीति-रिवाजों और परंपराओं से जुड़ी हुई है। उनकी सांस्कृतिक गतिविधियाँ, पर्व-त्योहार, और पारंपरिक कृतियाँ उनकी पहचान को एक अलग रूप देती हैं। बेड़िया समुदाय द्वारा मनाए जाने वाले पारंपरिक त्योहारों में सोनहा, भाऊजी और तुलसी पूजा शामिल हैं। ये त्योहार बड़े ही धूम – धाम के साथ मनाए जाते हैं। साथ ही ये त्योहार उनकी सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक मान्यताओं को दर्शाते हैं।
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