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कपास किसानों की बढ़ती परेशानी, CCI की मंडियों में गैरमौजूदगी से MSP पर खरीद नहीं हो पा रही

फटाफट पढ़ें

  • कृषि मंत्री ने केंद्र से तुरंत मदद की मांग की
  • CCI से MSP के अनुसार खरीद शुरू करने को कहा
  • पंजाब में कपास खेती बढ़ी, लेकिन किसान निराश हैं
  • किसान मजबूरी में MSP से कम कीमत पर बेच रहे हैं
  • मंत्री ने केंद्र से किसानों का भरोसा बनाए रखने को कहा

Punjab News : पंजाब के कपास किसानों की दयनीय स्थिति को उजागर करते हुए पंजाब के कृषि और किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड़ियन ने केंद्र सरकार से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है ताकि कपास की खरीद कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (CCI) द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) रु. 7,710 प्रति क्विंटल के अनुसार राज्य में शुरू की जाए, जैसा कि केंद्र सरकार ने घोषित किया है. “सफेद सोने” के आने के बावजूद (CCI) की मंडियों में अनुपस्थिति ने किसानों को निजी दलालों को MSP से कम कीमत पर बेचने के लिए मजबूर कर दिया है.

कपास MSP वादा पूरा न होने से किसानों में निराशा

पंजाब भवन में बुधवार शाम आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए गुरमीत सिंह खुड़ियन ने राज्य के कपास किसानों के लिए टूटे हुए वादों की भयावह तस्वीर पेश की. पंजाब सरकार की फसल विविधीकरण योजना के तहत कपास की खेती में 20% वृद्धि के बावजूद, CCI की स्पष्ट अनुपस्थिति के कारण किसान अब निराशा में हैं. कपास किसानों के लिए MSP का वादा पूरा न करने पर केंद्र सरकार की नाकामी पर गहरा चिंता व्यक्त करते हुए कृषि मंत्री ने सवाल किया कि फसल तो है, किसान तो हैं, लेकिन CCI कहां है?

किसान मजबूरी में नुकसान में बेच रहे

राज्य में कपास की खेती को बढ़ावा देने के प्रयासों को रेखांकित करते हुए उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की हाइब्रिड कपास बीजों पर 33% सब्सिडी और अन्य सक्रिय कदमों के परिणामस्वरूप कपास की खेती में 20% की महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है, जो 2024 में लगभग 99,000 हेक्टेयर से बढ़कर इस वर्ष 1.19 लाख हेक्टेयर हो गई है. गुरमीत सिंह खुड़ियन ने जोर देकर कहा कि किसान, जिन्होंने केंद्र सरकार द्वारा घोषित MSP के आधार पर अपनी बचत और मेहनत लगाई है, अब तत्काल वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए मजबूरी में नुकसान में बेचने को मजबूर हैं.

MSP से नीचे बिक्री से भरोसा कमजोर

“हमने अपनी भूमिका निभाई. हमारे किसानों ने अटूट विश्वास के साथ अपनी भूमिका निभाई. अब केंद्र को अपनी भूमिका निभानी चाहिए. हम मांग करते हैं कि CCI बिना किसी और देरी के तुरंत खरीद शुरू करे. MSP से नीचे बिकने वाला हर क्विंटल किसानों के केंद्र सरकार के सिस्टम पर विश्वास को कमजोर करता है. अब कार्रवाई का समय है,” गुरमीत सिंह खुड़ियन ने कहा.

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