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उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के चालकों को 2 साल से न मिली यूनिफॉर्म और ना वर्दी सिलने के पैसे, होगी जांच

नोएडा: उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के ड्राइवर, उपचालकों के लिए वर्दी पहनना अनिवार्य है। ऐसा न करने पर जुर्माने का प्रावधान है। मोरना स्थित नोएडा डिपो के एआरएम एनपी सिंह ने डिपो परिसर में कई वाहन चालकों और उप चालकों को बिना वर्दी के घूमते देखा था, जिसके बाद उन्हें रोका गया। जिस पर चालकों ने बताया कि उन्हें यूनिफॉर्म नहीं मिली है। इसके बाद एआरएम एनपी सिंह ने वर्दी वितरण व्यवस्था की जांच के आदेश दिए हैं। जांच के बाद दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, चाहे वह वितरण अधिकारी हो या कोई अन्य कर्मचारी।

वहीं, चालकों का कहना है कि हमें दो साल से वर्दी सिलने के पैसे नहीं मिले हैं। एआरएम एनपी सिंह बताते हैं कि वर्दी पहनने से कर्मचारियों की पहचान करना आसान हो जाता है, कर्मचारी भी अनुशासित दिखते हैं।

सोमवार को जब औचक निरीक्षण किया तो पाया कि कई उप चालक और बस चालक बिना वर्दी के घूम रहे थे। जब उससे पूछा गया तो उसने बताया कि उन्हें यूनिफॉर्म नहीं मिली है। इसके बाद मामले की जांच के लिए पुराने दस्तावेजों की तलाशी ली गई, जिसमें कई बातें सामने आई हैं। सभी की जांच की गई है और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

नोएडा से हापुड़ के रास्ते चलने वाले ड्राइवर जैल सिंह का कहना है कि हमें साल में दो यूनिफॉर्म, एक जोड़ी जूते और महीने में दो मास्क दिए जाते हैं। वे बताते हैं कि हमें जो कपड़े दिए जाते हैं, उन्हें सिलना पड़ता है। लेकिन उसका जो भी पैसा है, उसे बिल जमा करने के बाद ही पैसा मिलता है। लेकिन पिछले दो साल से हमें एक भी पैसा नहीं मिला है। वे बताते हैं कि हमें पूरे साल सिर्फ दो यूनिफॉर्म के साथ काम करना पड़ता है, हम कई दिनों तक घर नहीं जा पाते हैं, ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कत होती है।

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