
Chhattisgarh: यदि आपके डॉक्टर को संदेह है कि आपको फेफड़े की बीमारी है, या आपको अपनी वर्तमान फेफड़े की समस्या का इलाज करने की आवश्यकता है, तो आपको ब्रोंकोस्कोपी नामक परीक्षण की आवश्यकता हो सकती है। ब्रोंकोस्कोपी (Bronchoscopy) आपके डॉक्टर को बैक्टीरिया, वायरस, कवक, परजीवी, या तपेदिक से संक्रमण सहित कई फेफड़ों की बीमारियों का निदान करने में मदद कर सकता है। यह एलर्जी-प्रकार की प्रतिक्रियाओं से फेफड़ों की सूजन का पता लगाने में भी मदद कर सकता है और फेफड़ों के कैंसर या फेफड़ों के अन्य रोगों का निदान करने में मदद कर सकता है।
पखांजूर सिविल अस्पताल में इंजीनियर द्वारा ब्रोंकोस्कोप मशीन का डॉक्टरों व नर्सेस को ट्रेनिंग दी गई है। ट्रेनिंग के दौरान मशीन के इंजीनियर ने बताया कि वास्तव में इस मशीन का उपयोग कैसे करते हैं इस मशीन पखांजुर अस्पताल में स्थापित होना क्षेत्र के विकास में एक और कदम आगे बढ़ना है पखांजूर क्षेत्र के सिविल अस्पताल में इस प्रकार के हाईटेक मशीन का इस्तेमाल होना क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी का प्रतीक माना जा रहा है। वर्तमान में अस्पताल में इस मशीन का उपयोग मरीज के उपचार हेतु ऑपरेशन थिएटर में किया जाएगा।
रिपोर्ट- धनंजय चंद
ये भी पढ़े:Sachin Pilot से जुड़े सवालों पर CM गहलोत बोले- ‘हमारा फोकस महंगाई कम करना’