उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही बिना डाक्यूमेंट्स और इंश्योरेंस के फर्राटा भर रहे एंबुलेंस

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Gonda: उत्तर प्रदेश के गोंडा में स्वास्थ्य विभाग में दौड़ने वाले सरकारी वाहन बिना फिटनेस बिना इंश्योरेंस सर्टिफिकेट के सड़कों पर फर्राटा से दौड़ रही है। प्रदेश में जिन विभाग को लोगों को स्वस्थ रखने के साथ समुचित इलाज करने की जिम्मेदारी दिया गया है। वहीं विभाग मरीज की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। बिना फिटनेस बिना इंश्योरेंस सर्टिफिकेट के ही एंबुलेंस की गाड़ियां फर्राटा भर रही है।

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बता दें स्वास्थ विभाग इंश्योरेंस व फिटनेस करवाने की जहमत नहीं उठा रहा है। सवाल इस बात का है सड़कों पर दौड़ रहे वाहनों का परिवहन विभाग जांच करने के बाद कार्रवाई करता है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग मैं चलने वाली गाड़ियों पर क्या परिवहन विभाग के नियम लागू नहीं होते हैं। फिलहाल  जिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का डॉक्टर इंदु बाला ने कहा है कि इंश्योरेंस और फिटनेस कराने के लिए बजट नहीं है। और जो भी पेपर होते हैं वह एंबुलेंस चालक के पास होते हैं।

स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही

बाबू ईश्वर सरण जिला व महिला चिकित्सालय में मरीजों को आपातकाल की स्थिति में लाने ले जाने के लिए 82 -108 -102 एंबुलेंस का संचालन किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त एक टाटा सुमो तथा मंडल के चारों जनपदों में ब्लड कलेक्शन के लिए चलाई जा रही बस के न बीमा है। और न ही इंश्योरेंस के साथ-साथ कोई कागजात नहीं है। इसके साथ ही ब्लड बैंक के वाहन व एंबुलेंस वाहन के ड्राइवर ने कहा है कि हम एंबुलेंस चलाते हैं और इससे संबंधित पेपर हमारे पास नहीं है। इसकी के साथ फिटनेस और इंश्योरेंस की जानकारी विभाग को होगी हमें कुछ नहीं पता। हालांकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी राधेश्याम केसरी वाहनों के फिटनेस व इंश्योरेंस कराने को लेकर आरटीओ को पत्र लिख चुके हैं। 

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