
Maharashtra : वारिस पठान ने कहा कि हर मसले को मंत्री नितेश राणे ध्रुवीकरण क्यों करना चाहते हैं? अब वह कैबिनेट मंत्री हैं और किसी एक धर्म को लेकर ऐसा बयान नहीं देना चाहिए।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने सीएम देवेंद्र फडणवीस को चिट्ठी लिखकर सभी मदरसों की जांच कराने की मांग की थी। नितेश राणे के इस रुख का विरोध एनसीपी-एपी ने भी किया है। अब एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया है।
मानसिक संतुलन खो चुके
एआईएमआईएम नेता वारिस पठान ने शुक्रवार को नितेश राणे को निशाने पर लेते कहा कहा वह अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। हर दिन वह मुसलमानों के खिलाफ अनाप शनाप बयान देते हैं उनकी बातों को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता। नितेश राणे हमेशा दो समुदायों को बांटने की बात करते हैं।
ऐसा बयान नहीं देना चाहिए
वारिस पठान ने आगे कहा कि उन्हें मुसलमानों के खिलाफ रिवॉर्ड भी मिला है अब वह कैबिनेट मंत्री हैं। अब तो उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिए आखिर नितेश ध्रुवीकरण पर हमेशा जोर क्यों देते हैं?
मांग पूरी तरह से गलत
वारिस पठान से पहले एनसीपी के प्रवक्ता आनंद परांजपे ने भी मदरसों की जांच वाली मंत्री नितेश राणे की मांग का विरोध किया था। उन्होंने कहा था किसी भी धर्म को निशाने पर लेना गलत है। कहीं कोई देश विरोधी गतिविधियां होती हैं तो मुंबई पुलिस या महाराष्ट्र पुलिस उसे रोकने में सक्षम है लेकिन केवल धर्म के नाम पर सभी मदरसों की जांच की मांग पूरी तरह से गलत है।
सहयोगी दल भी आलोचना कर रहे
बता दे कि कैबिनेट में मंत्री नितेश राणे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर प्रदेश के सभी मदरसों की जांच कराने की मांग की थी उन्होंने कहा था कि राज्य के सभी मदरसों की जांच गृह विभाग को करनी चाहिए जो विवाद का विषय बन गया है। नितेश राणे अपने बयानों को लेकर आये दिन सुर्खियों में बने रहते हैं। इस बार उनके बयान को सहयोगी दल भी आलोचना कर रहे हैं।
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