Biharराजनीतिराज्यराष्ट्रीय

नीतीश नहीं चाहते कि बिहारवासी एम्स में कराएं इलाज- डॉ. संजय जायसवाल

Former Bihar BJP President to Nitish: बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने दरभंगा एम्स निर्माण पर नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा, नीतीश कुमार ये चाहते ही नहीं हैं कि बिहार के नागरिक एम्स में अपना इलाज करवा पाएं। वह दरभंगा में एम्स नहीं खुलवाना चाहते। उनकी मंशा लहरियासराय में एम्स खुलवाने की थी। इसलिए छह साल तक नीतीश ने सभी को परेशान किया।

‘गोरखपुर में तीन वर्ष बाद ही शुरू हो गया एम्स’

बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि 3 वर्ष पहले एम्स गोरखपुर की अनुशंसा हुई थी। प्रोफेसर डॉक्टर सुरेखा किशोर के नेतृत्व में आज वहां एम्स पूरे तौर पर कार्य कर रहा है। 3.5 हजार से ज्यादा ओपीडी में मरीज देखे जा रहे हैं। आठ ऑपरेशन थिएटर भी चालू हो गए हैं। बिहार में एम्स की अनुमति को नौ वर्ष बीत चुके हैं।

‘नौ वर्ष पहले मिली परमीशन, दो वर्ष तक कागजों में काम’

उन्होंने कहा कि दूसरी ओर 9 वर्ष पहले एम्स दरभंगा की परमिशन नरेंद्र मोदी ने बिहार की जरूरत को देखते हुए दी थी। आज 9 साल बाद भी जान -बूझकर पहले लहरियासराय में ही एम्स खुले इसके लिए नीतीश कुमार ने 6 वर्ष सभी को परेशान किया। 2 वर्ष वहां पर कागज में काम हुआ। अब 9वें वर्ष में सरकार ने शोभन में जमीन देने की बात की है।

Former Bihar BJP President to Nitish: ‘बजट पास फिर भी नहीं डलवाई मिट्टी’

सांसद डॉ जायसवाल ने कहा कि केंद्र सरकार बिहार की भलाई के लिए वह भी लेने को तैयार है। अभी तक कैबिनेट से 350 करोड़ रुपये मिट्टी भराई के पास होने के बावजूद एक टेलर भी मिट्टी नहीं डाली गई । उनका उद्देश्य यह नहीं है कि दरभंगा में एम्स कहां बने। उद्देश्य यह है कि बिहार के नागरिक एम्स में अपना इलाज नहीं करा सकें।

‘एक साल में ही बेतिया स्थित अस्पताल का कर दिया कचरा’

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री सह उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की दया से बिहार में 1 वर्ष में ही अस्पताल का कचरा कर दिया गया है। इसका साक्षात उदाहरण जीएमसीएच(Government Medical College and Hospital) बेतिया है। सिर्फ एक वर्ष में आज इतना अच्छा अस्पताल बनने के बावजूद भी दवाइयों से लेकर सफाई सुविधा तक नदाराद होती जा रही है।

रिपोर्टः सुजीत श्रीवास्तव, ब्यूरोचीफ, बिहार

ये भी पढ़ें: तुगलकी राजा के तुगलकी सचिव का तुगलकी फरमान- कृष्ण कुंतल

Related Articles

Back to top button