
Chhattisgarh: प्रदेश में आरक्षण का मुद्दा आज भी गरम हैं सिर्फ जुबानी जंग के अलावा आरक्षण मुद्दे में अभी भी कुछ हाथ नही लगा है। मसला आज भी महामहिम राज्यपाल के पाले में हैं। यही बड़ी वजह हैं कि सरकार और विपक्ष एक दूसरे पर जबरदस्त जुबानी हमला करते हुए रोज नजर आ रहे हैं।
प्रदेश में आरक्षण के मुद्दे पर राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा, मैं राज्यपाल हूं, राजनीतिक विषय पर मुख्यमंत्री से बात कीजिए, विधेयक पर दस्तखत करेंगे या लौटाएंगे के सवाल पर भी राज्यपाल ने कोई जवाब नहीं दिया।
वहीं आरक्षण मामले में सीएम भूपेश बघेल ने कहा, राजभवन में बिल साढ़े 4 महीने से अटका है। हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। सीएम भूपेश बघेल ने कहा, आरक्षण को लेकर कल मैंने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा। उधर से जवाब नहीं आ रहा है। बीजेपी आरक्षण के खिलाफ हैं।
भाजपा के वरिष्ट नेता बृजमोहन अग्रवाल ने आरक्षण के मुद्दे पर सरकार को कटघरे मे खड़ा करते हुए कहा की जिस विधेयक के ऊपर में राज्यपाल का दस्तखत नहीं हुए हैं। जब तक विधानसभा में पारित नहीं हुआ वो नवमी अनुसूची में भी नहीं हो सकता। मेरा तो यह मानना है कि जब तक सुप्रीम कोर्ट से आरक्षण का डिसीजन नहीं होता है जब तक 50% आरक्षण के आधार पर या 58% आरक्षण के आधार पर भर्तियां शुरू होनी चाहिए।