महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को प्रवर्तन निदेशालय ने तीसरा समन किया जारी

मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री को समन जारी करके सोमवार को एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा है। एजेंसी की ओर से जारी यह तीसरा समन है। इससे पहले जारी दो समन में देशमुख उपस्थित नहीं हुए थे और दस्तावेजों की अनुपलब्धता और स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया था।
यह समन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि देशमुख के निजी सचिव और निजी सहयोगी दोनों ही इस वक्त प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में हैं और 6 जुलाई तक वे हिरासत में ही रहेंगे। प्रवर्तन निदेशालय शुरू से इस कोशिश में है कि वह देशमुख का इन दोनों के साथ आमना-सामना कराएं क्योंकि एजेंसी पहले ही न्यायालय में बता चुकी है कि देशमुख के सचिव संजीव पलांडे और सहयोगी कुंदन शिंदे ने आरोपों को स्वीकार कर लिया है।
देशमुख अब तक प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष आने से बचते रहे हैं। उनके खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने धन शोधन मामले के तहत मामला दर्ज किया है। यह मामला उस जांच के दौरान सामने आया जब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े एक अन्य मामले की जांच कर रही थी जो मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह की शिकायत पर आधारित थी। सीबीआई जांच मुंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर कर रही थी और सीबीआई की ओर से दर्ज प्राथमिकी के कुछ हिस्से को देशमुख ने मुंबई उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी जिस पर न्यायालय का फैसला आना अभी बाकी है।