Uttarakhand

Uttarakhand संयुक्त ट्रेड यूनियंस भी करेगी 16 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल

Uttarakhand संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति ने आगामी 16 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल में संयुक्त किसान मोर्चा का समर्थन करते हुए अपनी कई मांगो कों लेकर आंदोलन करने की बात कही है। बुधवार को प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट ने कहा है कि जिस तरह से अपनी मांगो कों लेकर धरना देने दिल्ली जा रहे हैं किसानों के ऊपर लाठीचार्ज किया गया है।

Uttarakhand: संयुक्त ट्रेड यूनियन्स ने कई मांगो कों लेकर आंदोलन करने की बात कही है

ये पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है ट्रेड यूनिन्स (trade unions) इसकी कड़ी निंदा करती है। साथ ही उन्होंने कहा है कि 16 फरवरी को देशव्यापी हड़ताल में संयुक्त ट्रेड यूनियन्स संघर्ष समिति द्वारा मोटर अधिनियम एक्ट 2023 को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की मांग की जाएगी। इसके अलावा 29 श्रम कानून के स्थान पर लाई गई चारों श्रम संहिताओं के साथ 12 घंटे काम करने के आदेश को रद्द करने की मांग व करोना काल मे अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की सेवा करने वाली आंगनवाड़ी आशाओं को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिलाने की माँग के साथ अन्य तमाम माँग यूनियन्स द्वारा की जाएगी।

वही इस दौरान इंटक के प्रदेश अध्यक्ष समर भंडारी ने कहा है कि श्रम कानूनो मे बदलाव हो हो या फिर मोटर व्हीकल एक्ट कानून या फिर तीन कृषि कानून केंद्र सरकार लगातार किसानों, मजदूरों, गरीबों के खिलाफ कानून बना रही है। 16 फरवरी को संयुक्त ट्रेड यूनियन्स द्वारा सड़क पर उतरकर सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रतिरोध किया जाएगा। इस दौरान सीटू के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी ने कहा है कि जिस तरह से शहर में रेडी पटरी वालों को हटाया जा रहा है ई-रिक्शा को बंद करने की साजिश की जा रही है यह सब दर्शाता है कि सरकार गरीब विरोधी है। उन्होंने कहा है कि आगामी 16 फरवरी को राज्य के तमाम मुद्दों को लेकर सड़कों पर निकालकर हड़ताल की जाएगी।

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