
UP RO ARO Paper Leak Case: यूपी एसटीएफ ने आरओ-एआरओ परीक्षा पेपर लीक मामले में गिरोह के एक और सदस्य को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ ने बीते दिन 4 अप्रैल को उसे मुख्यालय पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि पेपर लीक मामले में अरुण कुमार सिंह और सौरभ शुक्ला को 15 मार्च को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.
आरोपी अमित सिंह ने पूछताछ में कही ये बात
बता दें कि यूपी केगोंडा के करनैलगंज थाना क्षेत्र निवासी आरोपी अमित सिंह ने एसटीएफ से पूछताछ के दौरान बताया कि वह गोमतीनगर में कामर्स की कोचिंग का संचालन करता है. उसी दौरान वह बलिया के दीपक दुबे के माध्यम से मामले के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल मिश्रा के मिला था. अमित सिंह ने राजीव नयन को टीजीटी परीक्षा -2020/21 का पेपर पढ़ाने के लिए 20 लाख रुपये दिए थे. उसके बाद वह कई भर्ती परीक्षाओं में राजीव नयन को कैंडिडेट उपलब्ध करा चुका है.
15 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी देना हुआ था तय
राजीव नयन ने पुलिस भर्ती व आरओ/एआरओ भर्ती परीक्षा 2023 में पेपर आउट कराने के लिए कहा था और अमित सिंह से अभ्यिर्थयों की व्यवस्था करने के लिए कहा था. राजीव नयन ने बताया था कि सभी अभ्यर्थियों को लखनऊ और प्रयागराज में पेपर का उत्तर पढ़ाया जाएगा. इसके बदले डॉ. शरद सिंह से 15 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी देना तय हुआ था। 11 फरवरी 2024 को हुई प्रारंभिक परीक्षा में 2 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी देना तय किया गया था जबकि बाकी का रुपया बाद में देना था.
सभी लड़कों को राजीव नयन मिश्रा ने प्रयागराज स्थित आरोग्यम हास्पिटल में ले जाकर पेपर पढ़वाया था. आरोग्यम हास्पिटल का मालिक भी राजीव नयन ही है. अभ्यिर्थयों को पेपर पढ़वाने में डॉ. शरद ने भी मदद की थी. एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. वह सीटेट परीक्षा पेपर आउट कराने के संबंध में जनवरी 2023 में थाना कंकरखेड़ा मेरठ से जेल जा चुका है.
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