
उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संबोधन ने समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि सपा सरकार के समय कारसेवकों पर गोलियां चलाई गई थीं लेकिन आजकल अखिलेश जी मंदिर जाकर घंटी बजा रहे हैं।
नड्डा ने कहा, ”लेकिन अब मैं उनसे कहता हूं कि जितनी चाहे घंटी बजानी है बजा लो, अब पछताए क्या होत, जब चिड़िया चुग गई खेत। जिस आज़म ख़ान को अखिलेश जी साहब कहकर बुलाते हैं, ये दन-दनाता था। मुख़्तार अंसारी और अतीक़ अहमद भी उत्तर प्रदेश में दन-दनाते थे। लेकिन पिछले पांच साल से ये आज जेल में गुल्ली डंडा खेल रहे हैं।”
बीजेपी प्रमुख नड्डा ने आगे कहा, ”क़ानून भी वही था, आदमी भी वही था और अपराध भी वही था। लेकिन पहले ये दन-दनाते रहे थे, आज जेल में बंद हैं। क्योंकि उस समय अखिलेश जी ने आंखों पर पट्टी बांध रखी थी, तुष्टीकरण की राजनीति चला रखी थी। लेकिन योगी जी के आने के बाद दूध का दूध पानी का पानी हुआ और अपराधी जेल में गए।”
नड्डा ने कहा, ”सुप्रीम कोर्ट ने तीन तलाक़ को ख़त्म करने को कहा था। ये 13वीं सदी का काला क़ानून है। मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय हो रहा था। किसी रीढ़ की हड्डी में ताक़त नहीं थी क्योंकि वे तुष्टीकरण की राजनीति से डरते थे। मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक़ के दंश से आज़ाद कर दिए। ये जितने लोग आजकल मुस्लिम भाईयों के प्रेमी बनते हैं उन्हें मालूम हो कि पाकिस्तान, ईरान, बांग्लादेश, ईरान और इंडोनेशिया में तीन तलाक़ नहीं था। हमारे ही सेक्युलर देश में यह चल रहा था और इसे मोदी जी ने ख़त्म कर दिया।”