
रामपुर के परंपरागत हस्तशिल्प और कारीगरी को पहचान दिलाने के बाद अब रामपुर के भौतिक परिवेश को बदलने की कवायद शुरू हो चुकी है। इसमें शासन प्रशासन की अहम भूमिका है जिसके मुख्य किरदार के रूप में जिले के पूर्व जिलाधिकारी और मौजूदा मंडलायुक्त आईएएस आंजनेय कुमार सिंह का बड़ा योगदान है। आंजनेय कुमार सिंह के जिलाधिकारी रहते उन्होंने रामपुर के हस्तशिल्प और कारीगरों को बढ़ावा देकर एक नई पहचान दिलाई।
जिससे रामपुर के स्थानीय उत्पादों और कारीगरी को विश्व स्तर पर पहचान मिल सकी। अब रामपुर के भौतिक परिवेश को बदलने की कवायद में भी मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार माँदड़ अथक प्रयास कर रहे हैं। आज मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह रामपुर कलेक्ट्रेट पहुंचे।
जहां उन्होंने एनुअल इंस्पेक्शन किया इसके साथ ही नगर पालिका द्वारा सड़क नाली मरम्मत और स्ट्रीट लाइट जैसी 6.5 करोड़ लागत की योजनाओं का लोकार्पण किया। मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह के अनुसार यह पहला चरण है। रामपुर को डिवेलप करने के ख़ाके पर काम चल रहा है। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार माँदड़ भी प्रयास कर रहे हैं।
इस संबंध में मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया यह हमारा एनुअल निरीक्षण होता है। जिसके क्रम में मैंने कलेक्ट्रेट में निरीक्षण किया है कई सारी चीजें नोट की है। उनके आधार पर अग्रिम कार्यवाही की जाएगी यहां पर बहुत सुधार की गुंजाइश है। उसमें शासन का सहयोग चाहिए और उसमें हम शासन का सहयोग लेंगे मैं इस पर अपनी रिपोर्ट तैयार करके शासन भिजवा दूंगा। अभी रखरखाव के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत है। लेकिन स्पेस की कमी है।
जगह की कमी होने से और जो बिल्डिंग है वह बहुत पुरानी बिल्डिंग है। जिसकी वजह से भी समस्याएं हैं। जिस पर जिलाधिकारी काम कर रहे हैं। लेकिन आगे उसके मेंटेनेंस के लिए हमें ज्यादा की जरूरत होगी। उसके लिए मैं शासन से पत्र व्यवहार करूंगा और जिस हिसाब से हमें इंश्योरेंस मिला है। हमें उम्मीद है कि शासन की तरफ से जल्दी ही बेहतर सहयोग मिलेगा। हम इसको और बेहतर स्थिति में ले आ पाएंगे।
यहां पर नगरपालिका के माध्यम से कुछ कार्यों जैसे खासतौर पर सड़क, नाली मरम्मत और लाइट के कार्यों का लोकार्पण किया गया है। यह एक तरीके का एक छोटा सा फेज है जिसकी शुरुआत हुई थी। लोगों की जो प्रॉब्लम्स हमारे पास आते हैं। लोगों की शिकायतें आती है जो नवनिर्वाचित विधायक हैं, उनके पास जाती है। सबको एक साथ मिलाकर नगरपालिका के सहयोग से समस्याओं के निस्तारण का प्रयास किया गया है। तो उसमें सड़क मरम्मत, नाली मरम्मत और इसके साथ-साथ जो लाइट है स्ट्रीट लाइट उस एरिया में नहीं थी। वह एक तरीके से बाईपास हो जाने के बाद से पहले इधर से वाहन गुजरते थे।
बाहर के लेकिन बाईपास हो जाने के बाद बाहर ही बाहर गुजरते हैं यह पूरा एरिया छूठा हुआ था। अब इस लाइटिंग व्यवस्था के बाद यह पूरा एरिया बेहतर हो जाएगा क्योंकि हम लोग रामपुर को डिवेलप करने के लिए एक खाके पर काम कर रहे हैं। एक नक्शे पर काम कर रहे हैं। तो उसके लिए यह शुरुआत होनी जरूरी थी। एक बेहतर शुरुआत इसलिए हमने कर दी है। यह टोटल 6.5 करोड़ रुपए का अभी लोकार्पण हुआ है, उतने का लोकार्पण हुआ है। जिसमें लगभग पौने दो करोड़ से ज्यादा की लाइट है। शेष जो सड़कों, नालियों की मरम्मत है। यह एक पहला चरण है इसके बाद के चरण पर भी कार्य चल रहा है।
रिपोर्ट – सुरेश दिवाकर
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