
Fateh Bahadur on teacher’s issue: राष्ट्रीय जनता दल के डेहरी के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि शिक्षकों के मुद्दे को सदन में फिर उठाया जाएगा। इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर भी प्रश्नचिह्न खड़े किए। उन्होंने कहा कि यदि कोई अधिकारी सीएम की बात न माने तो उसे डिसमिस किया जा सकता है। क्या नीतीश कुमार के इशारे पर ही केके पाठक यह सब कर रहे हैं।
‘कोई अधिकारी सीएम की बात न माने, यह समझ से परे’
फतेह बहादुर सिंह ने कहा कि पीएम, सीएम और डीएम देश को चलते हैं। सीएम की बात कोई आईएएस अधिकारी ना माने तो मैं यह नहीं समझता कि यह स्वीकार योग्य बात है। बिहार के शिक्षकों के साथ नीतीश कुमार चूहा बिल्ली का खेल खेल रहे हैं।
‘केके पाठक के साथ सीएम नीतीश की अंदरूनी सेटिंग’
उन्होंने कहा कि यह नीतीश कुमार की अंदरूनी सेटिंग है कि मैं सदन में या कहीं भी बोलूं आपको मानना नहीं है। अगर मुख्यमंत्री की बात एक सचिव नहीं मानते हैं तो यह विशेष अधिकार है वह डिसमिस कर सकते हैं। लेकिन उस सचिव पर कोई कार्रवाई नहीं करना या दर्शाता है कि नीतीश कुमार के आदेश पर ही वह शिक्षकों पर अत्याचार कर रहे हैं । इस मामले को हम लोग आज उठाएंगे। सीएम बिल्कुल थक चुके हैं अब उनसे काम नहीं हो पा रहा है। सीएम को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
रिपोर्टः सुजीत श्रीवास्तव, ब्यूरोचीफ, बिहार
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