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दिल्ली में प्रदूषण का कहर, GRAP-III लागू होने के बाद DMRC ने लिया बड़ा फैसला

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राजधानी दिल्ली की हवा खतरनाक होती जा रही है। लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, यहां तक की सांस लेने में भी मुश्किल हो रही है। लोगों का बाहर आना जाना कम हो गया है। जिस वजह से प्रदूषण को कम करने के उपाय करना हर किसी की जिम्मेदारी बन गई है। अब Polution स्‍तर के बढ़ने और ग्रैप 3 लागू होने के बाद दिल्‍ली मेट्रो ने बड़ा फैसला लिया है। दिल्‍ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने आज यानी 3 नवंबर  से अपने नेटवर्क में 20 अतिरिक्त यात्राएं जोड़ने की घोषणा की है. इससे यात्रियों को यात्रा के लिए अतिरिक्‍त मेट्रो ट्रेनें उपलब्‍ध रहेंगी।

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GRAP-III लागू के बाद…

दरअसल, दिल्‍ली में बढ़ते Polution के चलते केंद्र सरकार के पॉल्‍यूशन कंट्रोल पैनल ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान यानि ग्रैप के तीसरे चरण को लागू कर दिया है। दिल्‍ली की एयर क्‍वालिटी के गंभीर होने और कई हिस्‍सों में Polution स्‍तर के खतरनाक लेवल पर पहुंचने से लोगों को न केवल स्‍वास्‍थ्य संबंधी समस्‍याएं हो रही हैं बल्कि आने-जाने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसको देखते हुए आज से मेट्रो Polution से निपटने की पहल में अपना योगदान करते हुए मेट्रो कुल 60 अतिरिक्त फेरे लगाएगी, जिससे दिल्ली-एनसीआर के ज्यादा से ज्यादा लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।

चार चरणों में विभाजित किया गया है GRAP को

GRAP चार चरणों में विभाजित है, जो वायु गुणवत्ता सूचकांक पर निर्भर करते हैं। एक्यूआई का पहला चरण 201 से 300 (खराब), दूसरा चरण 301 से 400 (बहुत खराब), तीसरा चरण 401 से 450 (गंभीर) और चौथा चरण 450 (अति गंभीर) होने पर लागू किया जाता है। GRPA के तीसरे चरण में निर्माण और तोड़फोड़ कार्यों पर पूरी तरह रोक लगा दी जाती है, सिवाय खनन और पत्थर तोड़ने के लिए आवश्यक सरकारी परियोजनाओं। तीसरे चरण में, आवश्यक सेवाओं में शामिल वाहनों को छोड़कर, दिल्ली से बाहर पंजीकृत हल्के वाणिज्यिक वाहनों, डीजल से चलने वाले ट्रकों, और मध्यम व भारी माल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है।

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