Uttar Pradesh

शाहीन के पिता बोले- बेटी इस गतिविधि में शामिल नहीं, फरीदाबाद मॉड्यूल से संबंध

Lucknow News : दिल्ली में हुए धमाके की जांच जारी है और इसके संबंध फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जोड़े जा रहे हैं. इसी सिलसिले में फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल मामले में गिरफ्तार डॉ. शाहीन शाहिद के घर एनआईए, एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम पहुंची. इस दौरान शाहीन के पिता शाहिद अंसारी ने कहा कि उनकी बेटी ऐसा कोई काम नहीं कर सकती.

फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल मामले में गिरफ्तार डॉ. शाहीन के पिता ने कहा, “मेरे तीन बच्चे हैं, बड़ा बेटा शोएब मेरे साथ रहता है, दूसरी बेटी शाहीन है, जिसका आप जिक्र कर रहे हैं. मुझे विश्वास नहीं है, मैंने एक महीने पहले शाहीन से बात की थी, जबकि परवेज से हर हफ्ते बात होती है.

डॉ. शाहीन का परिवार लखनऊ में रहता है

मिली जानकारी के अनुसार, डॉक्टर शाहीन, जिसे कल फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया, उसका परिवार लखनऊ के डालीगंज स्थित 121 नंबर मकान में रहता था. पिता के मुताबिक, शाहीन तीन भाई बहन है, सबसे बड़े बेटा शोएब पिता के साथ रहते हैं, दूसरी बेटी शाहीन थी, जिसकी कल गिरफ्तारी हुई और तीसरे नंबर का बेटा परवेज है, जिनके घर पर आज सुबह छापेमारी हुई है.

परवेज के घर छापेमारी

पिता ने बताया कि शाहीन काफी समय पहले यहां से चली गई थी और फरीदाबाद में नौकरी कर रही थी, उसकी शादी महाराष्ट्र के एक व्यक्ति से हुई है, तीसरे नंबर का भाई परवेज है जिसके घर पर आज सुबह छापेमारी हुई है. पिता ने कहा कि उसे नहीं भरोसा की उसकी बेटी ऐसी किसी गतिविधि में शामिल हो सकती है. शाहीन लगभग डेढ़ साल पहले अपने पिता से मिलने लखनऊ आई थी और एक महीने पहले उनसे बात भी हुई थी.

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज कन्नौज तबादला

बता दें कि डॉक्टर शाहीन कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में प्रवक्ता पद पर कार्यरत रही हैं. उनका चयन लोक सेवा आयोग के माध्यम से हुआ था. साल 2009-2010 के बीच उनका कन्नौज स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में तबादला भी हुआ. इसके बाद 2013 में वे मेडिकल कॉलेज, कानपुर से अचानक बिना सूचना के अनुपस्थित हो गई, जिसके बाद राज्य में चर्चा के बाद कॉलेज में उनके रिकॉर्ड की जांच कराई गई.

यह भी पढ़ें : पंजाब में अब हरियाली और बिजली का कमाल: जानें कैसे निवेशक बनेंगे हरित ऊर्जा के हीरो

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र,  बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप

Related Articles

Back to top button