रेड लाइन मेट्रो का संचालन निजी हाथों में देने की तैयारी, जानिए क्यों DMRC ने उठाया ये कदम

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संचालन लागत कम करने के लिए डीएमआरसी (दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन) ने रेड लाइन (गाजियाबाद में न्यू रिठाला-शहीद स्थल बस स्टैंड) पर मेट्रो संचालन का प्रबंधन निजी हाथों में सौंपने की अब व्यापक तैयारी कर ली है।

इसलिए डीएमआरसी ने निजी एजेंसी के जरिए ड्राइवरों की नियुक्ति भी शुरू कर दी है। उम्मीद है कि एक निजी एजेंसी अगले साल रेड लाइन सबवे का संचालन अपने हाथ में ले लेगी।

डीएमआरसी फिलहाल संचालन का जिम्मा संभाल रही है। लेकिन अब डीएमआरसी ने इस कॉरिडोर पर मेट्रो चलाने के लिए एक निजी एजेंसी की सेवाओं के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके मुताबिक, डीएमआरसी छह साल की अवधि के लिए इस कॉरिडोर के संचालन की जिम्मेदारी एक निजी एजेंसी को सौंपेगी।

ट्रेन चालकों की नियुक्ति निजी एजेंसी करेगी

इस कॉरिडोर पर मेट्रो चलाने के लिए निजी एजेंसी अधिकतम 221 लोकोमोटिव ड्राइवर, सात लोकोमोटिव डिस्पैचर और एक मैनेजर तैनात करेगी। सेवा शर्तों के मुताबिक, डीएमआरसी शुरुआत में इन कर्मचारियों को तीन महीने तक ट्रेनिंग देगी। ताकि कर्मचारी मेट्रो का प्रबंधन अधिक कुशलता से कर सकें।

फिर इन कर्मचारियों को रेड लाइन मेट्रो में तैनात किया जाएगा। इसके बाद निजी एजेंसी के कर्मचारी ही रेड लाइन मेट्रो का संचालन करेंगे और शाहदरा स्थित रेड लाइन कंट्रोल रूम की देखभाल भी करेंगे। इसलिए, संचालन की सारी जिम्मेदारी निजी एजेंसी की है।

गौरतलब है कि जुलाई 2021 में डीएमआरसी ने येलो लाइन पर मेट्रो चलाने की जिम्मेदारी निजी हाथों में सौंप दी थी। अभी तक सिर्फ निजी एजेंसी के ड्राइवर ही येलो मेट्रो लाइन का इस्तेमाल करते हैं। खबर है कि धीरे-धीरे सभी कॉरिडोर पर मेट्रो संचालन की जिम्मेदारी निजी हाथों में दे दी जाएगी।