
दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ब्लॉकचैन प्रौद्योगिकी के उपयोग के जरिये वर्ष 2021 और 2022 के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं को डिजिटल प्रमाणपत्र प्रदान किए। PM ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएमआरबीपी के प्रत्येक पुरस्कार विजेता को 1 लाख रुपये उनके खाते में डिजिटली ट्रांसफर किया।
हमारे भारत का एक और उदाहरण है- गुरु गोविन्द सिंह जी के बेटों का शौर्य और बलिदान
पीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं के साथ बातचीत की। उन्होनें इस दौरान कहा कि आज राष्ट्रीय बालिका दिवस पर मैं सभी बेटियों को बधाई देता हूं और आपके साथ मैं आपके माता-पिता और शिक्षकों को बधाई देता हूं क्योंकि आज आप जिस मुकाम पर पहुंचे हैं उसके पीछे उनका बड़ा योगदान है इसलिए आपकी हर सफलता आपके अपनों की सफलता है।
कल दिल्ली में इंडिया गेट के पास नेताजी सुभाषचंद्र बोस की डिजिटल प्रतिमा भी स्थापित की गई
आगे उन्होनें कहा मैं पिछले साल दीवाली पर जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में गया था। वहां मेरी मुलाकात बलदेव सिंह और बसंत सिंह नाम के ऐसे वीरों से हुई जिन्होंने आज़ादी के बाद हुए युद्ध में बाल सैनिक की भूमिका निभाई थी। उन्होंने अपने जीवन की परवाह न करते हुए उतनी कम उम्र में अपनी सेना की मदद की थी।
जिन क्षेत्रों में बेटियों को पहले इजाजत भी नहीं होती थी, बेटियाँ आज उनमें कमाल कर रही हैं
पीएम बोले कल दिल्ली में इंडिया गेट के पास नेताजी सुभाषचंद्र बोस की डिजिटल प्रतिमा भी स्थापित की गई है। नेताजी से हमें कर्तव्य और राष्ट्रप्रथम की सबसे बड़ी प्रेरणा मिलती है। नेताजी से प्रेरणा लेकर आपको देश के लिए अपने कर्तव्यपथ पर आगे बढ़ना है। हमारी आज़ादी के 75 साल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि आज हमारे सामने अपने अतीत पर गर्व करने और उससे ऊर्जा लेने का समय है।ये समय वर्तमान के संकल्पों को पूरा करने का है, ये समय भविष्य के लिए नए सपने देखने का है, नए लक्ष्य निर्धारित करके उन पर बढ़ने का है।
3 जनवरी के बाद से सिर्फ 20 दिनों में ही चार करोड़ से ज्यादा बच्चों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई
उन्होनें कहा आज हमें गर्व होता है कि दुनिया की तमाम बड़ी कंपनियों के CEO युवा भारतीय हैं, भारत के युवा स्टार्ट अप की दुनिया में अपना परचम फहरा रहे हैं और भारत के युवा नए-नए इनोवेशन कर रहे हैं, देश को आगे बढ़ा रहे हैं। भारत के बच्चों ने अभी वैक्सीनेशन प्रोग्राम में भी अपनी आधुनिक और वैज्ञानिक सोच का परिचय दिया है। 3 जनवरी के बाद से सिर्फ 20 दिनों में ही चार करोड़ से ज्यादा बच्चों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई है।
PM मोदी बोले मैं चाहूंगा कि आप उन संकल्पों के बारे सोचे जो भारत के पहचान से जुडे़ हैं, भारत को आधुनिक और विकसित बनाने के लिए मदद करें। मुझे पूरा भरोसा है कि आपके सपने देश के संकल्पों के साथ जुड़ेंगे और आप आने वाले समय में अनगिनत कीर्तिमान स्थापित करेंगे। आज से दो दिन बाद देश अपना गणतंत्र दिवस मनाएगा और इस दिन हमें अपने देश के लिए कुछ नए संकल्प लेने हैं, हमारे ये संकल्प समाज, देश और पूरे विश्व के भविष्य के लिए हो सकते हैं। जैसे पर्यावरण का उदाहरण हमारे सामने हैं, भारत आज पर्यावरण के लाभ के लिए इतना कुछ कर रहा है।