
यूपी के अमरोहा में गंगा किनारे बसे 20 गांव को बाढ़ की चपेट में हैं और दर्जन भर गांव का संपर्क पूरी तरह टूट चुका है। ग्रामीणों को पशुओं के चारे को लेकर आफत खड़ी हो चुकी है तो वहीं नदी का बना बांध टूटने की कगार पर है जिसको लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है पानी तेजी से बढ़ रहा है और प्रशासन की तरफ से अभी कोई मदद नहीं पहुंच पाई है। ग्रामीण बाढ़ के खोफ के चलते बांध टूटने को लेकर खुद जिम्मा उठा रहे हैं।
बता दें पूरा अमरोहा के ब्लॉक धनोरा खादर क्षेत्र पपसरा खादर, मुस्तकम पर गांव में पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के चलते बिजनौर बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। खादर इलाके में बाढ़ के पानी ने 20 गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है और इनमें से दर्जनभर गांवों का संपर्क बाढ़ के पानी ने पूरी तरह से तोड़ दिया है। सड़कें पानी के तेज बहाव से खराब हो चुकी हैं।
गंगा के किनारे बना बांध टूटने की कगार पर है जिसमें से कुछ हिस्सा टूट भी चुका है। गांव में बाढ़ का पानी घुस गया घरों में पानी भर चुका है। पशुओं को चारा खत्म हो चुका है। भूसा पूरी तरह खत्म हो चुका है चारे को लेकर पशुओं के लिए काल पड़ता जा रहा है। फसलें नष्ट हो चुकी है। पानी के तेज बहाव को लेकर ग्रामीणों में दहशत का माहौल लगातार बनता जा रहा है।
वहीं ग्रामीणों का आरोप है शुरू में की बाढ़ में प्रशासन की तरफ से आला अधिकारी व जनप्रतिनिधि आए थे खाली आश्वासन देकर चले गए। इसके बाद तीन बार पानी आ चुका है लेकिन प्रशासन की तरफ से अभी तक कोई भी मदद नहीं पहुंच पाई है जबकि दर्जनों भर गांव की हालत बहुत खराब है। लगातार पानी तेजी से बढ़ रहा है। अगर बांध टूट जाता है तो दर्जनों गांव तबाह हो जाएंगे।
बता दें की बिजनौर और अमरोहा के सीमा के नजदीक करीब 2 किलोमीटर का बांध बना हुआ नहीं है जिस कारण यह पानी अमरोहा जनपद में बांध के अंदर आ जाता है और हर वर्ष फसलों को भारी क्षति पहुंचना है इतना ही नहीं ग्रामीणों को भी दहशत में रहना पड़ता है।