
महाराष्ट्र के अमरावती के सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) और उनके पति रवि राणा ने सीएम उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा बीते दिनों की थी। घोषणा के बाद सैंकड़ों की संख्या में शिवसैनिकों ने राणा के घर के बाहर जमा होकर हंगामा किया। काफी देर तक चले इस ड्रामे के बाद सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति को गिरफ्तार कर दिया गया था।
नवनीत राणा का झूठा निकला पानी नहीं देने का आरोप
गिरफ्तारी के बाद मुंबई की बांद्रा कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दोनों के खिलाफ आइपीसी की धारा 124ए के तहत मामला दर्ज किया गया था। बता दें कि यह धारा राजद्रोह के लिए लगाया जाता है। वहीं नवनीत राणा (Navneet Rana) ने अपनी चिट्ठी में जेल में पानी पीने जैसे बुनियादी मानवाधिकारों से उन्हें वंचित रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि वह रात में बाथरूम का उपयोग करना चाहती थीं, तो पुलिस बालों ने उनकी मांग पर ध्यान हीं दिया। उन्होंने कहा कि मुझे सबसे गंदी भाषा में गाली दी गई। मुझे बताया गया कि हम नीची अनुसूचित जाति के लोगों को अपने बाथरूम का उपयोग नहीं करने देते।
जारी वीडियो में चाय पीते नजर आए पति-पत्नी
मंगलवार को मुंबई पुलिस कमिश्नर ने एक वीडियो जारी कर इस आरोप को गलत करार दिया। कमिश्नर संजय पांडे ने वीडियो के आधार पर दावा किया है कि राणा दंपती गिरफ्तारी के बाद पुलिस स्टेशन में आराम से बैठे थे। उन्हें चाय भी ऑफर की गई थी। वहीं मुंबई पुलिस कमिश्नर के वीडियो के बाद सांसद नवनीत कौर के वकील रिजवान मर्चेंट ने एक बयान जारी कर कहा कि पुलिस कमिश्नर झूठ बोल रहे हैं।
हनुमान चालीसा का पाठ करने संबंधी बयान के बाद किया गया था गिरफ्तार
बता दें कि सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) और उनके विधायक पति रवि राणा को शनिवार को मुंबई में सीएम उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने संबंधी बयान के बाद गिरफ्तार किया गया था। लेकिन दंपत्ति ने एक कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुंबई यात्रा का हवाला देते हुए अपने बयान को वापस ले लिया था।