Madhya Pradesh

MP News: खुले जंगल में छोड़े गए चीते ओबान और आशा, चौबीसों घंटे निगरानी के लिए चार टीमें तैनात

MP News: कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में पर्यटक अब चीतों का दीदार कर सकेंगे। नामीबिया से आए दो चीतों को बाड़े से निकालकर जंगल में छोड़ दिया गया है। ओबान और आशा को जंगल में छोड़ दिया गया है। दोनों अब अपनी मर्जी से जंगल में रहेंगे। साथ ही शिकार कर सकेंगे। 70 वर्षों के बाद पहली बार भारत के जंगल में चीते दौड़ेंगे। यह चीता रिलोकेट प्रोजेक्ट की अंतिम प्रक्रिया है। नामीबिया से आठ चीते लाए गए थे। इनमें दो को जंगल में छोड़ दिया गया है।

ओबान और आशा को छोड़ने का किया था फैसला

शुरुआती चरण में एल्टन और फ्रेडी को छोड़ने की तैयारी थी, जिन्हें प्यार से रॉकस्टार कहा जाता है। लेकिन अधिकारी बड़े बाड़े में नवंबर महीने में एल्टन को नहीं पकड़ पाए थे। पर्यावरण और वन मंत्रालय की तरफ से गठित टॉस्क फोर्स ने यह निर्णय लिया था कि पहले चरण में ओबान और आशा को छोड़ने का फैसला किया था क्योंकि वे संभोग कर रहे थे। वन विभाग और चीता अनुसंधान दल के लोग उनकी गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। अधिकारियों ने कहा कि अगर उनमें से किसी को आवंछनीय माहौल की ओर बढ़ते देखा जाएगा तो उसे वापस लाया जाएगा।

नए वातावरण में नए चीतों को छोड़ा जाएगा

वन विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि नए वातावरण में ओबान और आशा की स्थिति के आधार पर अन्य चीतों को छोड़ा जाएगा। इसके साथ ही अधिकारियों ने कहा कि उन्हें रेडियो टेलीमेट्री के जरिए निगरानी में रखा जाएगा। एक अधिकारी ने कहा कि एक बार जब सभी चीते बस जाते हैं और अपना टेरिटरी बना लेते हैं तो हम निगरानी थोड़ कम करेंगे। ऐसे हम लगातार उनकी स्थिति को देखते रहेंगे।

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