
Lakhimpur Kheri: लखीमपुर खीरी में दो सरकारी शिक्षकों ने अपना ट्रांसफर रुकवाने के लिए शर्मनाक हरकत कर दी। अपना ट्रांसफर रुकवाने के लिए 20 छात्राओं को स्कूल की छत पर 3 घंटे तक बंधक बनाए रखा। लखीमपुर खीरी के बेसिक शिक्षा अधिकारी लक्ष्मीकांत पांडे ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि, शिक्षकों ने अनुशासनात्मक आधार पर दूसरे KGBV में हुए उनके ट्रांसफर को निरस्त करने के लिए जिले के अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए इस प्रकार के हथकंडे अपनाए।

ट्रांसफर रुकवाने के लिए शिक्षकों की शर्मनाक करतूत
मामला लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) के बेहजम ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का है। जहां गुरुवार की रात पर मनोरमा मिश्रा और गोल्डी कटियार नाम की शिक्षिका है इन्होंने अपना ट्रांसफर रुकवाने के लिए 20 छात्राओं को अपने कब्जे में लेकर प्रशासन पर ट्रांसफर रोकने का दबाव बनाया। काफी देर तक हंगामा होने के बाद इलाके के लोगों ने जब इसकी सूचना दी तो मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने बंधक बनाए गए सभी छात्राओं को 20 शिक्षिकाओं के कब्जे से छुड़ाया। कब्जे में मौजूद छात्राओं का रो रो कर बुरा हाल था। छात्राओं का आरोप है दोनों शिक्षिका उन्हें प्रताड़ित कर रही थी पुलिस ने दोनों से 342, 504,336 धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
2 दर्जन छात्राओं को स्कूल की छत पर बनाया बंधक
वहीं इस मामले में लखीमपुर विभाग (Lakhimpur Kheri) के कर्मचारी कैमरे के सामने बोलने से तो इनकार कर रहे हैं लेकिन जांच के बाद कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं। बताया जा रहा है कि छात्राओं को बंधक बनाए जाने के बाद हॉस्टल की वार्डन ललित कुमारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी पांडे और जिला बालिका शिक्षा समन्वयक रेणु श्रीवास्तव को घटना की जानकारी दी। जानकारी के बाद दोनों स्कूल पहुंचे और कई घंटों तक आरोपी शिक्षकों को समझाते रहे। पांडे ने बताया कि स्थानीय पुलिस की महिला कर्मचारियों को भी बुलाया गया और मामले को सुलझा लिया गया।
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