
India Angola Relations : अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंसाल्वेस लॉरेन्सो शनिवार को (3 मई) अपने चार दिवसीय राजकीय यात्रा के दौरान भारत पहुंचे। इस दौरान वह सबसे पहले राष्ट्रपति भवन गए जहां उनका राजकीय स्वागत किया गया। इस मौके पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। इसके बाद लॉरेन्सो राजघाट गए जहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की, पुष्पांजलि दी और आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए।
बता दें कि अंगोला के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू से अलग-अलग मुलाकात करेंगे। दोनों देशों के बीच पारंपरिक चिकित्सा, कृषि और सांस्कृतिक सहयोग से जुड़े कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।
भारत और अंगोला के संबंधों में मजबूती पर जोर
राष्ट्रपति लॉरेन्सो ने भारत और अंगोला के संबंध मे मजबूती पर जोर दिया। राष्ट्रपति लॉरेन्सो ने कहा कि यह राजकीय यात्रा 38 साल बाद हो रही है, इसलिए यह अंगोला के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा हमारे दोनों देशों के बीच दोस्ती और सहयोग को मजबूत करने के लिए अहम है। साथ ही उन्होंने भारत आने पर हुए उनके स्वागत को लेकर कहा कि हम भारत की जनता द्वारा दिए गए गर्मजोशी और सम्मानपूर्ण स्वागत के लिए आभारी हैं।
एस. जयशंकर ने एक्स पर किया पोस्ट
वहीं जब राष्ट्रपति लोरेन्सो ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की तब जयशंकर ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, भारत की राजकीय यात्रा पर आए अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुअल गोंकाल्वेस लोरेन्सो से मुलाकात कर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री @narendramodi के साथ उनकी बातचीत भारत-अंगोला और भारत-अफ्रीका संबंधों के लिए विकास के नए रास्ते खोलेगी।
38 वर्षों में अंगोला के राष्ट्रपति की पहली यात्रा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जैसवाल ने इसे “वैश्विक दक्षिण (Global South) के एक साझेदार के लिए विशेष स्वागत” बताया और एक्स पर इस यात्रा के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, यह 38 वर्षों में किसी अंगोला के राष्ट्रपति की भारत की पहली यात्रा है। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब दोनों देश अपने राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ मनाने की तैयारी कर रहे हैं।
बता दें कि भारत और अंगोला के बीच हाल के वर्षों में उच्च स्तरीय संपर्क लगातार बढ़े हैं। वर्ष 2015 में, अंगोला के तत्कालीन उपराष्ट्रपति मैनुअल विसेंट भारत में आयोजित तीसरे भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलन में शामिल हुए थे। राष्ट्रपति लोरेन्सो ने 2018 में जोहान्सबर्ग में हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की थी।
अंगोला अफ्रीकी संघ की अध्यक्षता कर रहा है
वर्तमान में अंगोला अफ्रीकी संघ की अध्यक्षता कर रहा है। विदेश मंत्री जयशंकर और अंगोला के विदेश मंत्री टेटे एंटोनियो की मुलाकात इस वर्ष की शुरुआत में कंपाला में आयोजित NAM मंत्री स्तरीय बैठक में भी हुई थी।
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