
Punjab Industrial Development : पंजाब के औद्योगिक विकास को और प्रोत्साहन देने और राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल तथा मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में कारोबार करने को सुगम बनाने के उद्देश्य से कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा ने बताया कि हैपी फोर्जिंग्स लिमिटेड (एचएफएल) पंजाब के जिला लुधियाना में 1000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी. हैपी फोर्जिंग्ज़ लिमिटेड ऑटो और इंजीनियरिंग विशेष उत्पादों के निर्माण में एक प्रमुख इकाई है तथा देश में इंजीनियरिंग मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है.
पंजाब की सबसे बड़ी कंपनियों में HFL का नाम
मीडिया से बातचीत करते हुए कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एचएफएल कंपनी का काम घरेलू और निर्यात बाजार दोनों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की फोर्जिंग और मशीनिंग पर केंद्रित है, जो कि वाणिज्यिक वाहन, यात्री वाहन, कृषि उपकरण, ऑफ हाईवे सेगमेंट, बिजली उत्पादन, रेलवे, तेल और गैस, विंड टरबाइन उद्योगों और रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करता है. दिसंबर 2023 में स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने के बाद, एचएफएल वित्तीय वर्ष 2024-25 में 10,000 करोड़ रुपए के मार्केट कैपिटलाइजेशन और 1,409 करोड़ रुपए के राजस्व के साथ पंजाब की सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनियों में से एक बनकर उभरी है.

संजीव अरोड़ा ने बताया कि पंजाब एचएफएल के निर्माण कार्यों का प्रमुख केंद्र है, जिसने 30 जून 2025 तक 1,500 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश से लगभग 4000 लोगों को सीधा रोजगार दिया है. यह कंपनी भारत के साथ-साथ भारत से बाहर भी सभी प्रसिद्ध ओईएम (निम्नलिखित अनुसार )के लिये एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है, जो निम्नलिखित प्रमुख ग्राहकों के साथ वाणिज्यिक वाहन, कृषि उपकरण, ऑफ-हाइवे और औद्योगिक क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करती हैः-
- वाणिज्यिक वाहन – अशोक लेलैंड, आयशर, मेरिटर, महिंद्रा.
- कृषि उपकरण – टैफे, एस्कॉर्ट्स, स्वराज, सोनालीका, जॉन डियर.
- ऑफ हाईवे – जेसीबी, विप्रो, डाना, हेंड्रिकसन.
- उद्योग – कमिंस, जेनेरैक, बोनफिग्लिओली, टोयोटा त्सुशो, कोहलर, लिब्हर.
भविष्य की योजनाओं पर डाला प्रकाश
कंपनी की भविष्य की योजना के बारे में जानकारी देते हुए आशीष गर्ग ने कहा कि एचएफएल अपने विनिर्माण क्षेत्र का विस्तार करने के लिए चरणबद्ध तरीके से 1000 करोड़ रुपए से अधिक का महत्वपूर्ण निवेश करने जा रही है. हालांकि कंपनी को अन्य राज्यों से भी निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, लेकिन एचएफएल राज्य सरकार और उसकी नीतियों में पूरा विश्वास रखते हुए पंजाब में ही अपना निवेश जारी रखना चाहती है. इस महत्वपूर्ण निवेश से राज्य में 300 से अधिक इंजीनियर पदों सहित 2000 से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे.

इसके अलावा कई सहायक इकाइयों के विकास को प्रोत्साहन मिलेगा और स्टील की खपत में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था और सप्लाई चेन को और मजबूती मिलेगी.
सरकार की नीतियों पर जताया विश्वास
एचएफएल के मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष गर्ग ने कहा कि यह उत्साहजनक है कि पंजाब सरकार हाल ही में बनाई गई सेक्टोरल समितियों के तहत नई औद्योगिक नीति ला रही है और हमें पूरा विश्वास है कि ये नीतियां उद्योग की जरूरतों के अनुरूप होंगी. प्रस्तावित निवेश एशिया की सबसे आधुनिक फोर्जिंग सुविधाओं (1000 किलोग्राम से 3000 किलोग्राम भार वाले एक टुकड़े का उत्पादन करने में सक्षम) में से एक होगा, जो एशिया में पहला और विश्व में दूसरा सबसे बड़ा होगा.
आशीष गर्ग ने आगे कहा कि इन क्षमताओं में निवेश से एचएफएल रणनीतिक रूप से गैर-ऑटोमोटिव औद्योगिक उत्पादों जैसे एयरोस्पेस, रक्षा और परमाणु संबंधित क्षेत्रों की विशेष आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम होगा.
HFL मौजूदा GST पंजीकरण के तहत ही करेगी निवेश
उन्होंने यह भी कहा कि नई जीएसटी पंजीकरण के अंतर्गत प्रोत्साहनों से जुड़े तकनीकी मुद्दों के कारण कंपनी मौजूदा जीएसटी पंजीकरण के तहत ही अपने मौजूदा प्लांट के विस्तार हेतु और पूंजी निवेश करेगी. उन्होंने आगे कहा कि हम एक सफल दीर्घकालिक साझेदारी की उम्मीद कर रहे हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमित ढाका, आईएएस, सीईओ इन्वेस्ट पंजाब, सीमा बांसल, वाइस चेयरपर्सन, पंजाब विकास परिषद, वैभव महेश्वरी, सदस्य, पंजाब विकास परिषद और मेघा गर्ग, डायरेक्टर एचएफएल भी उपस्थित थे.
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