
Health Department : आए दिन झोलाछापों के गलत उपचार से बीमार लोगों की लगातार मौतें हो रहीं हैं। लेकिन विभाग द्वारा कोई कार्यवाही न होने के कारण इन झोलाछाप चिकित्सकों के हौसले बुलंद दिखाई दे रहे है। ना कोई डिग्री ना कोई डिप्लोमा फिर भी अपनी दुकान व अस्पताल खोलकर रोग से पीड़ित मरीजों का उपचार के नाम पर शोषण करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बीती शाम को झोलाछाप डॉक्टर आदेश कुमार द्वारा गलत उपचार करने से ग्राम नगला राम सिंह थाना घिरोर निवासी पंकज यादव का 8 वर्षीय पुत्र मयंक अपनी नानी के घर आया हुआ था उसकी मौत हो गई। इसके अलावा डॉक्टर आदेश के द्वारा ही 4 दिन पहले भी नगला केहरी निवासी अजेंद्र कुमार की मौत हो गई थी। वही 4 माह पहले भी नगला दिलीप की एक महिला शीला देवी की भी उपचार के दौरान मौत हो गयी थी।
छापामार कार्रवाई अभियान
खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद जागी और जिलाधिकारी के आदेशानुसार मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसी गुप्ता के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा झोलाछाप डॉक्टर पर छापामार कार्रवाई अभियान चलाया गया।
जिसके चलते आज स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जनपद मैनपुरी के कस्बा बेवर पहुंचकर गलत उपचार करने वाले डॉक्टर आदेश कुमार के क्लीनिक को सीज कर नोटिस चस्पा किया। इसके अलावा गांव कजूरिया में होम्योपैथिक सेंटर पर छापा मारा तो वह मौजूद डॉक्टर राजेश होम्योपैथिक की आड़ में एलोपैथिक का उपचार कर रहा था। जिसकी एलोपैथिक दवाइयां को सील किया गया, इसके अलावा कस्बा बेवर और गांव मानपुर हरी में छापामार कार्रवाई की गई इस कार्रवाई के दौरान पांच प्राइवेट अस्पताल के अलावा 6 क्लीनिक सीज किए गए हैं झोला छाप डॉक्टर पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई के चलते झोला छाप डॉक्टरो में हड़कंप मचा हुआ है।
यह भी पढ़ें : Suicide Case : विद्यालय में लगाई प्रिंसिपल ने फांसी, गाली-गलौज और दबंगई करते थे…
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप