क्या प्रमुख खिलाड़ियों को रेस्ट ना देने का निर्णय गुजरात को भारी पड़ा।
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में गुजरात टाइटंस को 15 रन से हराकर CSK ने 14 सीजन में 10वीं दफा IPL फाइनल में प्रवेश कर लिया है। क्वालीफायर 1 से 1 दिन पहले RCB के खिलाफ अपने प्रमुख खिलाड़ियों को रेस्ट ना देने का फैसला गुजरात पर भारी पड़ गया।
चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पंड्या ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। उन्हें आशंका थी कि ओस में दूसरी पारी के दौरान गेंदबाजों को भारी दिक्कत पेश आएगी। ऋतुराज गायकवाड़ और शुभमन गिल के बीच प्रिंस ऑफ इंडियन क्रिकेट के खिताब को लेकर अनकहा कंपीटीशन चल रहा है।
कॉन्वे की संघर्षपूर्ण पारी का अंत
जवाब में अजिंक्य रहाणे कट करने के नाकाम प्रयास में बैकवर्ड पॉइंट पर खड़े शुभमन गिल को सिंपल कैच थमा बैठे। रहाणे ने 10 गेंद पर बनाए 17 और चेन्नई को 121 पर तीसरा झटका लग गया। मोहम्मद शमी ने 16वें ओवर की पहली गेंद ऑफ स्टंप पर फुलर लेंथ की डाली। डेवॉन कॉन्वे सीधा डीप मिडविकेट पर तैनात राशिद खान को कैच थमा कर लौट गए। इसी के साथ 34 गेंद पर 4 चौकों की मदद से खेली गई 40 रनों की कॉन्वे की संघर्षपूर्ण पारी का अंत हो गया।
चेन्नई के बल्लेबाज बड़े शॉट्स खेलने में जरूर संघर्ष कर रहे थे, पर एक चीज साफ नजर आ रही थी कि मैदान पर ओस बिल्कुल नहीं थी। इसका मतलब गुजरात के बल्लेबाजों को भी चेन्नई के बैटर्स की ही तरह धीमी विकेट पर संघर्ष करना था।
दिलचस्प रनचेज शुरू
चेन्नई की पारी के दौरान एक चीज समझ आई कि विकेट में स्पिनर्स के लिए कुछ था। रवींद्र जडेजा और महेश थीक्षणा की जोड़ी स्पिन और बाउंस के बूते कहर बरपा सकती थी। दिलचस्प रनचेज शुरू हुआ।
यहां टीम मैनेजमेंट ने लोकल बॉय और शानदार फॉर्म में चल रहे विजय शंकर की बजाय दासुन शनका को बल्लेबाजी के लिए भेजा। नतीजा यह हुआ कि स्टंप्स पर डाली गई लेंथ बॉल को शनाका सीधा शॉर्ट थर्डमैन फील्डर के हाथ खेल बैठे। शनाका ने 16 गेंद पर 17 रन बनाए और गुजरात का स्कोर 78 पर 3 खिलाड़ी आउट हो गया। GT ने फिर एक दफा स्पिन स्पेशलिस्ट विजय शंकर को ना भेजकर डेविड मिलर को बल्लेबाजी का अवसर दिया।
कप्तान के वश की बात नहीं
यह निर्णय काफी चौंकाने वाला था। कहा जाता है कि जिस विकेट पर गेंद घूमती है, वहां महेंद्र सिंह धोनी से मैच छीन लेना किसी कप्तान के वश की बात नहीं है। माही अपने डिसीजन से क्वालीफायर वन में इस कहावत को सही साबित कर रहे थे।
इसके बाद विजय शंकर को बल्लेबाजी का अवसर मिला। अब तक शुभमन गिल मैदान पर टिके हुए थे और धोनी के लिए उन्हें वापस लौटाना बहुत जरूरी था। दीपक चाहर ने 14वें ओवर की पहली गेंद धीमी बाउंसर डाली और पुल करने के प्रयास में शुभमन गिल फाइन लेग पर डेवॉन कॉन्वे को आसान कैच दे बैठे। गिल ने 38 गेंद पर 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 42 रन की पारी खेली। स्कोर 88 पर 5 आउट।
पहली दफा गुजरात की टीम IPL के इतिहास में ऑल आउट हुई
इस तरह गुजरात टाइटंस 157 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और 15 रन से मैच हार गई। 31 मुकाबलों में पहली दफा गुजरात की टीम IPL के इतिहास में ऑल आउट हुई। GT के हाथों सभी 3 मैच गंवाने के बाद CSK ने क्वालीफायर 1 जीतकर हिसाब बराबर कर दिया।