
Cyber Crime in Bihar: बिहार में एक जज के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है. ठग ने उनके अकाउंट से तकरीबन साढ़े आठ लाख रुपये उड़ा लिए. जज की सक्रियता के चलते ठग के अकाउंट में पड़े पांच लाख रुपये पर स्टॉप पेमेंट लगा दिया गया है. पुलिस घटना को लेकर आवश्यक कार्रवाई की बात कह रही है.
जज ने बताया कि ठग ने खुद को बैंक का मैनेजर बताया था. फोन पर उनके बताए स्टेप्स फॉलो किए तो अचानक खाते से 8 लाख 49 हजार रुपये उड़ गए. घटना भागलपुर के नवगछिया की बताई जा रही है. यहां न्यायालय के अपर मुख्य न्यायाधीश महेश्वर नाथ पंडित ने बताया मीडिया को बताया कि उनके साथ 8 लाख 49 हजार रुपये की ऑनलाइन ठगी हुई है.
जज ने ठगी होने के तुरंत बाद 1930 पर कॉल कर मामले की जानकारी दी. इस पर एक्सपर्ट्स ने एक्शन लेते हुए तुरंत ठगों के खाते में बची 5 लाख की रकम पर रोक लगा दी.
बताया गया कि घटना कार लोन चुकाने के चक्कर में हुई. मामला न्यायाधीश द्वारा नवगछिया साइबर थाने में दर्ज करवाया गया है. शिकायत में उन्होंने बताया कि भागलपुर में पोस्टिंग के दौरान उन्होंने स्टेट बैंक शाखा, आदमपुर से दो लाख रुपये का कार लोन लिया था. इसके बाद उनका ट्रांसफर नवगछिया हो गया.
कुछ दिन बाद उनके मोबाइल पर एक मैसेज आया, जिसमें बैंक शाखा के प्रबंधक से संपर्क करने की बात कही गई. गूगल सर्च से उन्हें एक नंबर मिला. उस पर उन्होंने कॉल लगाया. कॉल पर दूसरी ओर बात कर रहे व्यक्ति ने खुद को बैंक मैनेजर बताया और जज साहब को यूनो एप डाउनलोड करने को कहा.
इसके बाद उस व्यक्ति ने जो स्टेप्स बताए वो जज साहब ने फोलो किए कि अचानक इसी दौरान उनके खाते से आठ लाख 49 हजार रुपये डेबिट हो गए. यह देख जज अवाक रह गए. उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी संबंधित विभाग को दी. फिर ठग के एकाउंट पर स्टॉप पेमेंट लगाया गया. तब तक ठग के अकाउंट में पांच लाख रुपये ही बचे थे. साइबर थाना अध्यक्ष मनोज सुमन ने कार्रवाई की बात कही है.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तानी संसद में भारतीय चुनावी प्रक्रिया की तारीफ… जानिए क्या बोले विपक्षी पार्टी के नेता शिबली फराज
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप