
बीजेपी राज के करप्शन के खिलाफ एक्शन नहीं होने से नाराज सचिन पायलट के अनशन को लेकर कांग्रेस की अंदरूनी सियासत तेज हो गई है। इस प्रकरण पर चर्चा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जु्न खड़गे ने दिल्ली में बैठक बुलाई है। इस बैठक में राजस्थान मसले को लेकर चर्चा की जाएगी। सचिन पायलट को नोटिस जारी करने या एक्शन पेंडिंग करने पर फैसला होना है।
राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा कांग्रेस अध्यक्ष को राजस्थान मामले की रिपोर्ट दे चुके हैं। बुधवार को रंधावा ने खड़गे से मुलाकात करके राजस्थान के मामले में अपना फीडबैक दिया है। आज इस मसले पर बैठक में पायलट मामले में पार्टी के आगे की रणनीति पर भी चर्चा होगी।
कांग्रेस में सचिन पायलट विरोधी चाहते हैं कि अनशन के मामले को पार्टी विरोधी गतिविधि मानकर उनके खिलाफ कार्रवाई हो। कांग्रेस प्रभाारी रंधावा ने 10 अप्रैल की रात को ही लिखित बयान जारी करके पायलट के अनशन को पार्टी विरोधी गतिविधि बताते हुए बातचीत के लिए कहा था।
सचिन पायलट के अनशन को कांग्रेस ने पहले ही पार्टी विरोधी बता दिया था। पार्टी विरोधी गतिविधि करने पर एक्शल लेने का काम पार्टी का है। पायलट का अनशन पार्टी विरोधी गतिविधि थी या नहीं, इस पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे फैसला करेंगे। प्रदेश प्रभारी ने शुरुआती रिपोर्ट सौंप दी है। पायलट को नोटिस देना है या मामला पेंडिंग रखना है, इस पर खड़गे ही अंतिम फैसला करेंगे।
लोग मांग करने लगे कि बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगनी चाहिए। इसके बाद आसपास के गांव के लोग बैलारा चौराहे की तरफ बढ़ने लगे। प्रशासन को आशंका थी कि कहीं मूर्ति लगाने वाले गुम्बद को न तोड़ दिया जाए, इसलिए बैलारा चौराहे पर पुलिस तैनात कर दी।