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Rajasthan: निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज न किए जाने की खबरों पर क्या बोले पूर्व CM ?

Chiranjivi Yojna: राजस्थान चुनावों में हार के बाद भी राज्य की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना अब तक चर्चा में है. इस योजना के तहत प्रदेश के प्रत्येक परिवार को 25 लाख रुपये तक का कैशलेस बीमा दिया जाता है.

चुनावों में कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई तो ये सवाल पूछा जा रहा था कि क्या बीजेपी सरकार इस योजना को जारी रखेगी?

सरकार की ओर से नहीं किया गया भुगतान

अब बीते कुछ दिनों से मीडिया रिपोर्ट्स में ये कहा जा रहा है कि कई निजी अस्पताल में इस योजना के तहत इलाज नहीं किया जा रहा है. निजी अस्पतालों का कहना है कि सरकार की ओर से करोड़ों रुपये का भुगतान नहीं किया गया है.

योजनाओं को लेकर रुख स्पष्ट करे मौजूदा सरकार

अब राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट कर मांग की है कि मौजूदा सरकार हमारी योजनाओं को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट करे.

गहलोत ने ट्वीट कर कहा, ”जनता में अब निराशा व्याप्त होने लगी है, क्योंकि राजस्थान की जनता ने तीन दिसंबर को बीजेपी को स्पष्ट जनादेश दिया, पर 22 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हुआ है, जिससे शासन संचालन में ठहराव की स्थिति आ गई है.”

वो लिखते हैं, ”हर विभाग असमंजस की स्थिति में है. जनता देख रही है कि अपनी समस्याओं के समाधान के लिए किन मंत्रियों के पास जाए. जल्द से जल्द मंत्रिमंडल का गठन होना चाहिए, जिससे सरकार का कामकाज सुचारू रूप से चल सके.”

चिरंजीवी योजना के तहत अब नहीं मिल रहा इलाज

चिरंजीवी योजना का ज़िक्र करते हुए गहलोत ने कहा, ”मीडिया के माध्यम से ये भी जानकारी में आया है कि चिरंजीवी योजना में निजी अस्पतालों द्वारा इलाज नहीं किया जा रहा है. वर्तमान सरकार को हमारी सरकार की योजनाओं को लेकर भी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए, जिससे जनता को परेशानी ना हो. कोई नई व्यवस्था लागू होने तक पूर्ववत व्यवस्था चालू रखनी चाहिए.”

रिपोर्ट्स के मुताबिक़, निजी अस्पतालों के इलाज से इनकार के बाद मरीज सरकारी अस्पतालों का रुख़ कर रहे हैं.

इस बीच चर्चा है कि नवनिर्वाचित बीजेपी सरकार अब इस योजना का नाम बदल कर ‘आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना’ कर सकती है.

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