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जेल में रहते हुए भी आतंकवादी लखवी बन गया था पिता, ओवैसी ने अल्जीरिया में पाकिस्तान की खोली पोल

Asaduddin Owaisi on Pakistan : असदुद्दीन ओवैसी ने उम्मीद जताई कि यदि पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में वापस रखा जाता है तो भारत में आतंकवादी गतिविधियों में कमी आएगी.

ऑपरेशन सिंदूर के बाद दुनिया के अलग-अलग देशों में भारत ने सात डेलिगेशन पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए भेजे हैं. उनमें से एक में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी शामिल हैं. उन्होंने शनिवार को अल्जीरिया में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला और पड़ोसी मुल्क को बेनकाब किया. असदुद्दीन ओवैसी ने यह भी बताया कि कैसे एक आतंकवादी पाकिस्तान में आधिकारिक रूप से कैद रहने के दौरान ही पिता बन गया. उन्होंने आतंकवादी जकीउर रहमान लखवी के साथ पाकिस्तान के विशेष व्यवहार की तरफ इशारा किया.

जेल में बैठे-बैठे ही एक बेटे का पिता बन गया

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- जकीउर रहमान लखवी नाम का एक आतंकवादी था. दुनिया का कोई भी देश आतंकवाद के आरोप का सामना कर रहे आतंकवादी को जेल से बाहर आने की अनुमति नहीं देगा. लेकिन वह जेल में बैठे-बैठे ही एक बेटे का पिता बन गया. हालांकि, जब पाकिस्तान को एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में डाल दिया गया तो मुकदमा तुरंत आगे बढ़ गया. असदुद्दीन ओवैसी इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे अंतरराष्ट्रीय दबाव ने पाकिस्तान को कुछ समय के लिए कार्रवाई करने के लिए मजबूर किया था.

पाकिस्तान पर नियंत्रण करना विश्व शांति के हित में है

असदुद्दीन ओवैसी ने उम्मीद जताई कि अगर पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में वापस रखा जाता है तो भारत में आतंकवादी घटनाओं में कमी आएगी. ओवैसी ने चेतावनी दी कि यह मुद्दा अब केवल एक क्षेत्रीय चिंता नहीं रह गया है. उन्होंने कहा- यह केवल दक्षिण एशिया का सवाल नहीं है. हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं. क्या होगा? क्या आप चाहते हैं कि यह सारा नरसंहार दक्षिण एशिया के अलग-अलग हिस्सों में फैल जाए. आतंकवाद के मुख्य प्रायोजक पाकिस्तान पर नियंत्रण करना विश्व शांति के हित में है. इसे (FATF) की ग्रे लिस्ट में वापस लाना होगा.

जब अल्जीरिया और अन्य देशों ने भारत की मदद की थी

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा- आतंकवाद दो चीजों पर जीवित रहता है. विचारधारा और पैसा. विचारधारा आप अच्छी तरह जानते हैं. आपने काला दशक देखा है. यहां तक कि दक्षिण अल्जीरिया में भी आपको अभी भी कुछ समस्याएं हैं. हम एक साथ हैं. उन्होंने कहा- एक बार जब आप पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में वापस लाएंगे, तो हम भारत में आतंकवाद में कमी देखेंगे. हम हत्याओं में कमी देखेंगे. हमारे पास 2018 का अनुभव है जब अल्जीरिया और अन्य देशों ने भारत की मदद की थी.

पाकिस्तान तकफीरी विचारधारा का केंद्र है

असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान की विचारधारा को वैश्विक आतंकी संगठनों से जोड़ते हुए कहा- पाकिस्तान तकफीरी विचारधारा का केंद्र है. पाकिस्तान के आतंकी संगठनों और दाइश या अल-कायदा की विचारधारा में कोई अंतर नहीं है. ये सोचते हैं कि इन्हें धार्मिक अनुमति है, जो सरासर गलत है.

दोनों देशों ने अस्थायी युद्धविराम पर सहमति जताई

बता दें कि सात मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जो पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर में आतंकी ढांचे पर हमला था. इसमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे समूहों के सौ से अधिक आतंकवादी मारे गए. पाकिस्तान ने सीमा पार से गोलाबारी और ड्रोन हमलों से जवाबी कार्रवाई की, जिसके कारण भारत ने 11 पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को नुकसान पहुंचाया. दस मई को दोनों देशों ने अस्थायी युद्धविराम पर सहमति जताई.

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