
Punjab Bribery : पंजाब में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही सख्त कार्रवाई के तहत विजिलेंस ब्यूरो ने एक बड़ी सफलता हासिल की है. अबोहर में तैनात एक फायर अफसर को 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है. यह कार्रवाई फाजिल्का यूनिट द्वारा की गई और आरोपी की पहचान वरिंदर कथूरिया के रूप में हुई है, जो शिकायतकर्ता से बिल पास करवाने के एवज में रिश्वत मांग रहा था.
कॉल रिकार्डिंग से मामला आया सामने
विजिलेंस ब्यूरो के अनुसार, शिकायतकर्ता ऋषव कालिया अग्निशमन उपकरणों की बिक्री और रिफिलिंग का व्यवसाय करता है. आरोप है कि फायर अफसर ने बिलों के भुगतान के बदले 25,000 से 30,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी. शिकायतकर्ता ने रिश्वत न देने का फैसला करते हुए आरोपी के साथ हुई बातचीत रिकॉर्ड कर ली और इसे विजिलेंस यूनिट को सौंप दिया. इसके बाद योजना बनाकर टीम ने सरकारी गवाह की उपस्थिति में आरोपी को 20,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया. आरोपी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधित 2018) की धारा 7 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है.
जांच जारी, आरोपी को अदालत में किया जाएगा पेश
मामले की जांच फिलहाल जारी है और विजिलेंस ब्यूरो द्वारा सभी कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं. आरोपी फायर अफसर वरिंदर कथूरिया को आवश्यक पूछताछ के बाद कल अदालत में पेश किया जाएगा, जहां उसे न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की संभावना है. विजिलेंस अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य भ्रष्ट अधिकारियों को कानून के दायरे में लाना और पारदर्शिता को बढ़ावा देना है. उन्होंने यह भी दोहराया कि पंजाब सरकार भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है और ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. जनता से भी अपील की गई है कि अगर किसी भी सरकारी कर्मचारी द्वारा रिश्वत की मांग की जाती है, तो तुरंत इसकी शिकायत विजिलेंस ब्यूरो को करें.
यह भी पढ़ें : छात्रसंघ चुनाव को लेकर राजस्थान सरकार ने तोड़ी चुप्पी, हाईकोर्ट में दिया जवाब
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप