Delhi NCRराजनीति

मनीष सिसोदिया की जमानत पर बोले संजय सिंह… यह फैसला लोकतंत्र और देशवासियों की भावनाओं की जीत

AAP Leaders on Manish bail : दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह, दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय, मंत्री सौरभ भारद्वाज, जनरल सेक्रेटरी पंकज गुप्ता और वरिष्ठ नेता आदिल खां ने पार्टी मुख्यालय पर संयुक्त प्रेसवार्ता की। मनीष सिसोदिया को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत को AAP ने भाजपा और मोदी सरकार की तानाशाही पर जोरदार तमाचा बताया।

‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लोकतंत्र, न्याय व्यवस्था और देशवासियों की भावनाओं की बड़ी जीत बताया. कहा कि एक पैसे की भी बरामदगी नहीं होने के बावजूद मनीष सिसोदिया को एक फर्जी केस में 17 महीने तक जेल में रखा गया। मोदी सरकार ने दिल्ली की जनता के लिए काम करने वाले मनीष सिसोदिया समेत हमारे तमाम नेताओं को जेल में डाल दिया। केंद्रीय जांच एजेंसियों का मकसद जांच करना नहीं है, बल्कि विपक्ष के नेताओं को जेल में डालना है।

‘मनीष सिसोदिया को किसी भी तरह जेल में रखने का प्रयास किया गया’

संजय सिंह ने कहा, ईडी-सीबीआई ने तारीख पर तारीख लगवाकर 17 महीने तक केवल यह प्रयास किया कि किसी भी तरह मनीष सिसोदिया को जेल में रखा जाए। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला देश की न्याय व्यवस्था और लोकतंत्र की जीत है। यह फैसला दिल्ली और देश के लोगों की भावनाओं की जीत है। पूरा देश मानता है कि मनीष सिसोदिया ने शिक्षा के क्षेत्र में अद्वितीय और अनुकरणीय काम किया है, लेकिन इस तानाशाह सरकार ने ऐसे व्यक्ति को पकड़कर जेल में डाल दिया।

संजय सिंह ने कहा कि पूरा देश यह मानता है कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, महिलाओं के लिए बस यात्रा और बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा के लिए अनुकरणीय काम किए हैं। लेकिन इन्होंने केजरीवाल को ही पकड़कर जेल में डालने का प्रयास किया। मोहल्ला क्लीनिक का मॉडल, जो पूरी दुनिया में प्रचारित हुआ, लाने वाले सत्येंद्र जैन को भी इस तानाशाह सरकार ने पकड़कर जेल में डाल दिया। मैं संसद में इस सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाता था, मुझे भी पकड़कर 6 महीने जेल में रखा गया।

मोदी जी बताएं, मनीष सिसोदिया के जेल में बर्बाद हुए 17 महीनों का हिसाब कौन देगा? : संजय सिंह

संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बताएं कि मनीष सिसोदिया के जेल में बर्बाद हुए 17 महीनों का हिसाब कौन देगा? मनीष सिसोदिया की पत्नी, बच्चे और परिवार ने जो मानसिक प्रताड़ना झेली है, उसका जवाब कौन देगा? दिल्ली के लाखों बच्चे जो एक ऐसे शिक्षा मंत्री के प्रयासों से वंचित रह गए, उसका हिसाब कौन देगा? केवल अपनी दुर्भावना और द्वेष की राजनीति के कारण 17 महीनों तक मनीष सिसोदिया को जेल में रखा गया। अरविंद केजरीवाल के मामले में यह तानाशाह सरकार और भी आगे बढ़ गई है। जहां लोअर कोर्ट ने जमानत दे दी, लेकिन बिना आदेश की कॉपी के न्यायपालिका के इतिहास में पहली बार ईडी ने उनकी रिहाई पर रोक लगवा दी। अब जबरदस्ती नया मामला बनाकर केजरीवाल को जेल में रखा है।

भाजपा ने शराब घोटाला किया और सरथ चंद्र रेड्डी से 60 करोड़ की रिश्वत ली : संजय सिंह

संजय सिंह ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी में जरा सी भी शर्म बाकी है तो वह आगे बढ़कर इस गंदी राजनीति को खत्म करें। उन्होंने हमारे नेताओं को जबरन जेल में रखा है। वो अपनी एजेंसियों को कहें कि न्यायालय में बेवजह जमानत का विरोध करना बंद करें। जांच एजेंसियों को अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के यहां से कोई सबूत नहीं मिला। भाजपा ने शराब घोटाला किया है और सरथ चंद्र रेड्डी से 60 करोड़ रुपए की रिश्वत ली है। लेकिन भाजपा के नेताओं से कोई पूछताछ नहीं हुई। भाजपा के पास इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए मिला पैसा पकड़ा गया, उसके बाद उनकी रिहाई हुई। भाजपा इस देश की सबसे भ्रष्ट, बेईमान और इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए रिश्वत खाने वाली घोषित पार्टी है।

भाजपा को न तो किसी के विकास से मतलब और न ही उसे देश को आगे लेकर जाना है : संजय सिंह

संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने हमेशा सच्चाई और ईमानदारी के रास्ते पर चलने का काम किया है। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन को केवल बदले और दुर्भावना की राजनीति के कारण जेल में रखा गया। भाजपा केवल नफरत, झगड़े, दंगे और फसाद में यकीन रखती है। उसे किसी का विकास नहीं करना है और न ही देश को आगे लेकर जाना है। मनीष सिसोदिया की जमानत से पूरे देश की जनता और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह है। आने वाले चुनाव में भी आम आदमी पार्टी को इसका बड़ा फायदा मिलेगा। देश और दिल्ली के लोग इस नफरत की राजनीति को पराजित करेंगे।

ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी तानाशाही : गोपाल राय

आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि मनीष सिसोदिया ने सरकारी स्कूलों में अच्छी शिक्षा के सपने को हकीकत में बदलकर पूरे देश को एक नई उम्मीद दी। कोर्ट के इस फ़ैसले ने बता दिया कि कोई भी तानाशाह कितना भी ताकतवर क्यों न हो, लेकिन उसकी तानाशाही ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगी।

गोपाल राय ने कहा कि 17 महीने तक तिहाड़ जेल की सलाखों के पीछे बंद रहने के बाद आज सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में शिक्षा क्रांति के जनक मनीष सिसोदिया को जमानत दी है। पूरी दिल्ली और देश जिस शिक्षा क्रांति के रूप में मनीष सिसोदिया को जानता है और 17 महीने से उनके लिए दुआ और तपस्या कर रहा था, आज वह पूरी हुई है।

उन्होंने कहा, मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के सैकड़ों बच्चों के लिए नया सपना गढ़ा, गरीब परिवारों के बच्चों को आईआईटी और मेडिकल में सेलेक्ट करवाकर उनके भविष्य को एक नई दिशा दी। जब पूरा देश यह मान चुका था कि सरकारी शिक्षा में कोई परिवर्तन नहीं हो सकता है और सभी सरकारी स्कूलों पर ताला लगाने के लिए दिन गिने जा रहे थे, तब मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों का रिजल्ट प्राइवेट स्कूलों से बेहतर करके दिखाया। उन्होंने लोगों के मन से इस मिथक को तोड़ा कि केवल प्राइवेट स्कूलों में ही बच्चों का भविष्य सुरक्षित रह सकता है।

केजरीवाल सरकार ने सपनों को हकीकत में बदलकर देश को एक नई उम्मीद दी : गोपाल राय

गोपाल राय ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने न केवल वादे पूरे किए, बल्कि सपनों को हकीकत में बदलकर देश को एक नई उम्मीद दी। लेकिन लोगों की उम्मीद को कुचलने के लिए बिना किसी सबूत और तथ्य के एक फर्जी मामले में जिस तरह 17 महीने तक मनीष सिसोदिया को जेल में रखा गया, यह इस बात का सबूत है कि भाजपा, उसकी केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी इस देश की शिक्षा में बदलाव की उम्मीद को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि न्याय मिलने में भले देर हो सकती है, लेकिन अंधेर नहीं है। हम सुप्रीम कोर्ट का तहे दिल से धन्यवाद करते हैं। निश्चित रूप से इस बात का मलाल हम सभी को है कि बिना किसी सबूत के 17 महीने तक ईडी और सीबीआई ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री को जेल में रखा।

इन जांच एजेंसियों पर धिक्कार : गोपाल राय

गोपाल राय ने कहा कि धिक्कार है ऐसी एजेंसियों पर जिन्हें आज तक चवन्नी भर का भी सबूत नहीं मिला, लेकिन फिर भी उन्होंने इतने लंबे समय तक मनीष सिसोदिया को जेल में रखा। हमें न्याय जरूर मिला है, लेकिन इस बात का अफसोस है कि यह देर से मिला है। दिल्ली के लोगों को मलाल है कि जो जमानत उन्हें एक साल पहले मिल जानी चाहिए थी, न्यायिक प्रक्रिया में देरी की वजह से आज 17 महीने बाद उन्हें जमानत मिली है। सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला सबके लिए खुशी लेकर आया है। हमें उम्मीद है कि जिस तरह से ईडी के मामले में लोअर कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद अरविंद केजरीवाल को सीबीआई के केस में फंसाया गया है, वह भी टूटेगा और अरविंद केजरीवाल भी जल्द जेल से बाहर आएंगे और हमारे सत्येंद्र जैन भी बाहर आएंगे।

कोर्ट का यह फैसला राजनीतिक बंदियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा : सौरभ भारद्वाज

वहीं, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस गवई और जस्टिस के.वी. विश्वनाथन की बेंच ने ऐतिहासिक निर्णय दिया है। यह फैसला मनीष सिसोदिया के साथ-साथ सभी राजनैतिक बंदियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा, जो बिना किसी सबूत और गवाह के पीएमएलए के काले कानून के तहत जेल में सड़ रहे हैं। कोर्ट ने अपने फैसले में कई बड़ी बातें कही हैं, जो पूरे देश को दिशा देने का काम करेंगी। कोर्ट ने कहा है कि जमानत हर व्यक्ति का अधिकार है, जबकि जेल केवल अपवाद है। देश की कानून व्यवस्था का यह सिद्धांत है। इस केस में बिना किसी सबूत और गवाह के 17 महीनों तक मनीष सिसोदिया को जेल में रखा गया। कानून यह कहता है कि आप मुकदमा कीजिए, सबूत और गवाह पेश कीजिए और व्यक्ति को दोषी साबित कीजिए, फिर उस पर सुनवाई और दोषसिद्धि होगी। लेकिन जहां ट्रायल ही शुरू नहीं हुआ और कुछ साबित नहीं हुआ, वहां किसी को 17 महीने तक जेल में नहीं रखा जा सकता।

एक साल बाद भी ट्रायल तक शुरू नहीं हुआ : सौरभ भारद्वाज

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान टिप्पणी की कि आज देश में सांप-सीढ़ी का खेल चल रहा है। कोई व्यक्ति लोअर कोर्ट में जाता है और जमानत के लिए इंतजार करता है, लेकिन मामला रिजर्व हो जाता है। फिर हाई कोर्ट में भी यही प्रक्रिया चलती है और अंततः वह सुप्रीम कोर्ट जाता है, जहां से मामला फिर वापस भेज दिया जाता है। इस मामले में, सितंबर के महीने में केंद्र की भाजपा सरकार और ईडी ने अंडरटेकिंग दी थी कि 6 से 8 महीने के भीतर पूरे ट्रायल को खत्म कर दिया जाएगा। लेकिन लगभग एक साल बीत गया है और ट्रायल अभी तक शुरू नहीं हुआ है। कोर्ट ने यह भी कहा कि इतने बड़े मामले में, जहां हजारों पन्नों के दस्तावेज और 400 से अधिक गवाह हैं, ट्रायल को 10 साल लग सकते हैं। तो क्या बिना कुछ साबित किए किसी को 10 साल तक जेल में रखा जा सकता है? यह असंभव है।

उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने लोअर कोर्ट और हाई कोर्ट के बारे में महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा है कि अगर 6 से 8 महीने के अंदर ट्रायल खत्म नहीं होता है तो मनीष सिसोदिया को जमानत दी जानी चाहिए। इसके बावजूद लोअर कोर्ट और हाई कोर्ट जमानत देने में हिचकिचा रहे हैं, जिससे सुप्रीम कोर्ट में हर बेल एप्लीकेशन लंबित हो रही है। इससे सुप्रीम कोर्ट पर बोझ बढ़ रहा है, जो कि अनुचित है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, जमानत पाना हर व्यक्ति का अधिकार : सौरभ भारद्वाज

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट की बेंच उठ रही थी, तब मनीष सिसोदिया के अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने मुस्कुराकर धन्यवाद कहा कि 6 अगस्त को मामला रिजर्व हुआ और आपने 9 अगस्त को इस पर फैसला दे दिया। इस पर जस्टिस गवई ने कहा कि यह व्यक्तिगत स्वतंत्रता का सवाल है और इसमें हर दिन महत्वपूर्ण होता है। देश की सर्वोच्च अदालत ने कहा कि जमानत के मामले में हर एक दिन महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि एक बेगुनाह जो बिना किसी दोष के जेल में बंद है, उसकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता को नुकसान पहुंच रहा है। हमारे संविधान का अनुच्छेद 21 भी व्यक्तिगत स्वतंत्रता की बात करता है, जिसके अनुसार जमानत पाना एक व्यक्ति का अधिकार है। यह हमारी न्याय व्यवस्था पर एक गंभीर टिप्पणी है, विशेष रूप से देश के ट्रायल कोर्ट और हाई कोर्ट पर, जो बेल नहीं दे रहे हैं और सभी मामले सुप्रीम कोर्ट में लंबित हो रहे हैं। अंततः सुप्रीम कोर्ट को ही जमानत देनी पड़ रही है।

केंद्र सरकार ने मनीष सिसोदिया पर जमानत की शर्तें लगवाने का पूरा प्रयास किया : सौरभ भारद्वाज

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार ने अंतिम समय तक यह कोशिश की कि मनीष सिसोदिया की रिहाई के समय उन पर जमानत की शर्तें लगाई जाएं. कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि अगर किसी व्यक्ति को जमानत पर रिहा किया जा रहा है, तो क्या वह अपनी नौकरी या काम बंद कर देगा? ऐसा कैसे हो सकता है? कोर्ट ने स्पष्ट कहा कि मनीष सिसोदिया को उनके पूर्व के कार्य करने से कोई रोक नहीं होगी। उन्हें केवल सोमवार और गुरुवार को पुलिस थाने में हाजिरी देनी होगी। मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को ट्रायल के बहाने जेल में रखने का उद्देश्य यह है कि कहीं वे ट्रायल से भाग न जाएं। लेकिन मनीष सिसोदिया और संजय सिंह जैसे लोग, जिनकी समाज से गहरी जड़ें हैं और जो चुने हुए मंत्री, विधायक और सांसद हैं, वे ट्रायल से कैसे भाग सकते हैं? उनका समय से ज्यादा जेल में रहना अनुचित है। जहां तक सबूतों के साथ छेड़छाड़ का सवाल है, कोर्ट ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि ईडी द्वारा प्रस्तुत सभी सबूत दस्तावेजी रूप में कोर्ट की कस्टडी में हैं और उनके साथ छेड़छाड़ का कोई सवाल नहीं है। इसलिए केंद्र सरकार की सभी दलीलें खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है।

यह सत्य की विजय है, जो दिखता है कि भगवान के घर में देर है, अंधेर नहीं : आतिशी

उधर, ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता एवं मंत्री आतिशी ने कहा कि 17 महीने बाद मनीष सिसोदिया की जमानत हुई है। ये सत्य की विजय है। ये दिखाता है कि भागवान के घर में देर है, लेकिन अंधेर नहीं है। मनीष सिसोदिया को एक झूठे मुकदमे में फंसाया गया। मनीष सिसोदिया एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने दिल्ली के बच्चों को शानदार भविष्य दिया, दिल्ली के बच्चों की हाथ की लकीरें बदल डाली, उनका भविष्य बदल डाला, उनकी शिक्षा व्यवस्था बदल डाली। मनीष सिसोदिया की तरह जल्द ही सीएम अरविंद केजरीवाल भी बहार आएंगे।

उन्होंने कहा, दिल्ली के लोग मनीष सिसोदिया का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे थे। अरविंद केजरीवाल का भी बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। मुझे लगता है कि दिल्ली में कोई ऐसी मां नहीं होगी, जिसने अरविंद केजरीवाल के लिए आसूं न बहाया हो। दिल्ली में कोई ऐसी बहन नहीं होगी जिसने मनीष सिसोदिया के बाहर आने के लिए व्रत नहीं रखा होगा। आखिरकार सचाई की ही जीत हुई। ये दिल्लीवालों की जीत है। ये दिल्ली के बच्चों की जीत है। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया ने बच्चों के बारे में सोचा और ठाना कि चाहे बच्चा गरीब से गरीब घर का हो, लेकिन उसे एक अच्छे भविष्य का मौक़ा मिलना चाहिए। यह भाजपा की तानाशाही की क्रूरता ही है कि ऐसे व्यक्ति को एक झूठे मुक़दमे में फंसा कर जेल में डाल दिया गया। जबकि किसी भी रेड में उनके लॉकर या घर में भ्रष्टाचार का एक भी रुपए नहीं मिला। मैं सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने ऐसा शानदार फैसला दिया।

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से देशवासियों में न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास और बढ़ेगा : पंकज गुप्ता

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से देश और दिल्ली की जनता के साथ ही आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं में एक नई उम्मीद जगी है। सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले से देश के लोगों में देश की न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास और बढ़ेगा। उन्हें विश्वास हुआ है कि जिन सपनों को पूरा करने के लिए अरविंद केजरीवाल ने इस पार्टी का गठन किया था, वे सपने अवश्य पूरे होंगे, भले ही उसमें समय लगे। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली के हर बच्चे की अच्छी शिक्षा, हर वृद्ध माता-पिता के लिए अच्छी दवाई और स्वास्थ्य सेवाएं, साफ पानी और बिजली की उपलब्धता, और महिलाओं की सुरक्षा का सपना सच हुआ है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से दिल्ली की जनता की 17 महीने से चली आ रही चिंता और दुविधा अब समाप्त हो गई है। लोगों की उम्मीदें बढ़ेंगी और हम दिल्ली की जनता से कहना चाहते हैं कि वे हिम्मत न हारें और विश्वास बनाए रखें। उनके सपने जरूर पूरे होंगे।

भाजपा के कार्यालय में रचा गया षड्यंत्र आज पूरे देश के सामने आ गया : आदिल खां

‘आप’ नेता आदिल खान ने कहा कि भाजपा के कार्यालय में बैठकर लिखी गई साजिश की पटकथा अब सबके सामने आ गई है। इस तथाकथित शराब घोटाले का सच अब पूरी दिल्ली के सामने है। मैं दिल्ली और देश की जनता की ओर से सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करता हूं। आज हम सभी मनीष सिसोदिया के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। पूरी दिल्ली और देश उनके स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। बहुत जल्द हमारे नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सत्येंद्र जैन भी जेल से बाहर होंगे।

यह भी पढ़ें : अरशद नदीम को बधाई देने के चक्कर में ट्रोल हो गए पाकिस्तानी क्रिकेटर बाबर आजम, जानें क्या है मामला…

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र,  बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप

Related Articles

Back to top button